दरअसल शनिवार की दोपहर करीब 01 बजे अस्पताल के दंत विभाग में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। एक मरीज यहां इलाज के लिए पहुंचा तो जब कोई डॉक्टर नहीं मिला तो उसने कलेक्टर को फोन लगाकर सूचित कर दिया। कलेक्टर इसी फोन पर सीधे जिला अस्पताल पहुंच गए। देखा तो डॉक्टर अशोक नौगरैया अपने चेम्बर में नहीं थे। हालांकि वे कुछ ही देर में यहां उपस्थित हो गए। कलेक्टर ने उनसे जवाब तलब किया और मरीज का उपचार शुरू हुआ। इसके बाद कलेक्टर ने सारे चेम्बर का भ्रमण शुरू कर दिया। इसी भ्रमण के दौरान चंदला थाना क्षेत्र के ग्राम राजापुर निवासी पिंकू गुप्ता ने कलेक्टर को बताया कि वह शुक्रवार की दोपहर अपनी गर्भवती पत्नी रागिनी गुप्ता को प्रसव के लिए अस्पताल आया था लेकिन 24 घंटे बाद भी उसका ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है। इसके बाद कलेक्टर ने प्रभारी सिविल सर्जन जीएल अहिरवार को निर्देशित किया तब जाकर महिला को प्रसव के लिए भर्ती कराया गया।
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कलेक्टर ने कहा नियमित करेंगे निरीक्षण
निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने मीडियाकर्मियों से बात की और कहा कि आज कई डॉक्टर चेम्बर में नहीं मिले हैं उन सबको कारण बताओ नोटिस भेजे जा रहे हैं सभी से जवाब मांगा जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं नियमित रूप से अस्पताल का निरीक्षण करता रहूंगा। जो लोग नहीं सुधरेंगे उन्हें सुधारा जाएगा।
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