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मानसून के दो महीने बीते, लेकिन जिले के बांधों के नहीं सुधर रहे हालात

locationछतरपुरPublished: Aug 10, 2022 03:39:04 pm

Submitted by:

Dharmendra Singh

जुलाई में भर जाते थे आधे, अगस्त में 20 फीसदी भी जलभराव नहीं

पिछले साल के औसत के बराबर बारिश, लेकिन खंड वर्षा से जलभराव कम

पिछले साल के औसत के बराबर बारिश, लेकिन खंड वर्षा से जलभराव कम

छतरपुर। जिले में इस साल पिछले साल की तुलना में एक महीने की देरी से मानसून की बारिश शुरु हुई, लेकिन पिछले साल के औसत से ज्यादा बारिश हो गई है। जिले में अब तक 17.2 इंच बारिश दर्ज की गई है, जबकि पिछले साल इस अवधि में 19.2 इंच बारिश हुई थी। मानसून की खंड वर्षा से जिले के सूख चुके बांधों के हालात सुधर नहीं रहे हैं। जिले के बड़े बांध 20 फीसदी भी नहीं भर पाए हैं। छोड़े बांधों में जलभराव 19 फीसदी से कम और बड़े में 10 फीसदी से भी कम हुआ है।

ये है बांधो की स्थिति
जिले के प्रमुख बांधों में जुलाई महीने की शुरुआत में तलहटी नजर आने लगी थी। अगस्त में भी बांधों में जलभराव कम हो पया है। बेनीगंज बांध में केवल 7 फीसदी पानी ही भर पाया है। बूढ़ा बांध में अभी सिर्फ 6 फीसदी जलभराव है। वहीं, कुटनी डैम में 7, रनगुंवा में 9, सिंहपुर में 13, तारपेड़ में 19 और उर्मिल बांध में केवल 5 फीसदी जलभराव हुआ है।

अब तक बड़ामलहरा में सबसे ज्यादा बारिश
जिले के आठ वर्षा मापी केन्द्रों के आंकड़ों के मुताबिक जिले में अब तक सबसे ज्यादा बारिश बड़ामलहरा में दर्ज की गई है। वहीं गौरिहार, राजनगर और लवकुशनगर में सबसे कम बारिश हुई है। अबतक बड़ामलहरा में 28 इंच, छतरपुर में 22.8 इंच, बकस्वाहा में 16 इंच बारिश दर्ज हुई है। जबकि नौगांव में 16.8, राजनगर में 14.1, लवकुशनगर में 13, गौरिहार में 11.8, बिजावर में 15 इंच औसत बारिश दर्ज हुई है।
फैक्ट फाइल
बारिश अबतक – 17.2 इंच
पिछले साल – 19.2 इंच
सबसे ज्यादा बारिश- बड़ामलहरा
सबसे कम बारिश- गौरिहार

फैक्ट फाइल
बांध जलभराव 2022 2021 2020
बेनीगंज 07 43 49
बूढ़ा 06 17 46
कुटनी 07 48 80
रनगुंवा 09 17 37
सिंहपुर 13 28 89
तारपेड़ 19 54 92
उर्मिल 05 14 16

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