खदानों की किया गया सीमांकन
एनजीटी के आदेश के बाद खनिज विभाग ने डीएसआर रिपोर्ट तैयार करने के लिए जिले की सभी रेत खदानों का सीमांकन कराया है। टीम ने सर्वेक्षण के दौरान खदानों की सीमा को चिंहित करने वाले पिलर भी स्थापित किए हैं। रेत खदानों को सिया से पर्यावरण अनुमति लेने के लिए सीमांकन की प्रक्रिया की गई है।
एनजीटी के आदेश के बाद खनिज विभाग ने डीएसआर रिपोर्ट तैयार करने के लिए जिले की सभी रेत खदानों का सीमांकन कराया है। टीम ने सर्वेक्षण के दौरान खदानों की सीमा को चिंहित करने वाले पिलर भी स्थापित किए हैं। रेत खदानों को सिया से पर्यावरण अनुमति लेने के लिए सीमांकन की प्रक्रिया की गई है।
बॉर्डर पर बनने लगे चैकपोस्ट व कैंप
डीएसआर रिपोर्ट बनने के साथ ही रेत ठेकदार ने जिले के बॉर्डर पर चैकपोस्ट बनाना शुरु कर दिए हैं। जिले के गौरिहार, लवकुशनगर और राजनगर इलाके में कैंप भी बनाए गए हैं। हालांकि अभी चैकपोस्ट व कैंप पर ठेका कंपनी की टीम तैनात नहीं हुई है। लेकिन रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन रोकने के लिए जल्द ही टीमें तैनात की जाएंगी।
डीएसआर रिपोर्ट बनने के साथ ही रेत ठेकदार ने जिले के बॉर्डर पर चैकपोस्ट बनाना शुरु कर दिए हैं। जिले के गौरिहार, लवकुशनगर और राजनगर इलाके में कैंप भी बनाए गए हैं। हालांकि अभी चैकपोस्ट व कैंप पर ठेका कंपनी की टीम तैनात नहीं हुई है। लेकिन रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन रोकने के लिए जल्द ही टीमें तैनात की जाएंगी।
46 करोड़ में हुई है जिले की रेत खदानों की नीलामी
भोपाल की दो फर्मो को 46 करोड़ 18 लाख रुपए में 31 जून 2023 तक के लिए खदान दी गई। निविदा में हिस्सा लेने वाली भोपाल की फर्म यू फोरिया माइंस एंड मिनरल्स को गोरिहार समूह की 23 रेत खदानें और पुष्मा इंटरप्राइजेज को 25 रेत खदानों को संचालन का आशय पत्र जारी किया गया है। गौरिहार समूह की 23 रेत खदानों को 30 करोड़ 11 लाख 11 हजार 106 रुपए और दूसरे समूह की 25 रेत खदानों को 16 करोड़ 7 लाख रुपए में नीलाम किया गया है। शेष अवधि के लिए हुई नीलामी में 29 करोड़ 81 लाख रुपए राजस्व की गिरावट आई है। पूर्व ठेकेदार ने 75 करोड़ 99 लाख रुपए में रेत खदान ली थी, हालांकि उंचे दामों पर ठेका लेने के बाद ठेकेदार राजस्व चुकाने में फेल रहे, जिस पर शासन ने ठेका निरस्त कर दिया था। अब शेष अवधि के लिए 18 लाख घन मीटर रेत की नीलामी हुई, जिसमें गौरिहार समूह में 11 लाख घन मीटर और दूसरे समूह में 7 लाख घटमीटर रेत की नीलामी एक साल के लिए हुई है।
भोपाल की दो फर्मो को 46 करोड़ 18 लाख रुपए में 31 जून 2023 तक के लिए खदान दी गई। निविदा में हिस्सा लेने वाली भोपाल की फर्म यू फोरिया माइंस एंड मिनरल्स को गोरिहार समूह की 23 रेत खदानें और पुष्मा इंटरप्राइजेज को 25 रेत खदानों को संचालन का आशय पत्र जारी किया गया है। गौरिहार समूह की 23 रेत खदानों को 30 करोड़ 11 लाख 11 हजार 106 रुपए और दूसरे समूह की 25 रेत खदानों को 16 करोड़ 7 लाख रुपए में नीलाम किया गया है। शेष अवधि के लिए हुई नीलामी में 29 करोड़ 81 लाख रुपए राजस्व की गिरावट आई है। पूर्व ठेकेदार ने 75 करोड़ 99 लाख रुपए में रेत खदान ली थी, हालांकि उंचे दामों पर ठेका लेने के बाद ठेकेदार राजस्व चुकाने में फेल रहे, जिस पर शासन ने ठेका निरस्त कर दिया था। अब शेष अवधि के लिए 18 लाख घन मीटर रेत की नीलामी हुई, जिसमें गौरिहार समूह में 11 लाख घन मीटर और दूसरे समूह में 7 लाख घटमीटर रेत की नीलामी एक साल के लिए हुई है।
इनका कहना है
रेत खदानों की डीएसआर रिपोर्ट तैयार हो गई है। 10 अप्रेल तक दावा-आपत्ति और सुझाव मांगे गए हैं। सुझाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद रिपोर्ट फायनल हो जाएगी।
अमित मिश्रा, खनिज अधिकारी
रेत खदानों की डीएसआर रिपोर्ट तैयार हो गई है। 10 अप्रेल तक दावा-आपत्ति और सुझाव मांगे गए हैं। सुझाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद रिपोर्ट फायनल हो जाएगी।
अमित मिश्रा, खनिज अधिकारी