scriptशहर में कोरोना चेन तोडऩे पूल सैंपलिंग अभियान की हुई शुरुआत | Corona chain breaking pool sampling campaign started in the city | Patrika News

शहर में कोरोना चेन तोडऩे पूल सैंपलिंग अभियान की हुई शुरुआत

locationछतरपुरPublished: Aug 11, 2020 07:17:43 pm

Submitted by:

Dharmendra Singh

बिना लक्षण वाले एक समुदाय, मोहल्ला के लोगों की हो रही ग्रुप सैंपलिंगकंटेनमेंट एरिया और जहां पांच से ज्यादा केस, वहां नहीं होगी पूल सैंपलिंग

Getting group sampling

Getting group sampling

छतरपुर। शहर में कोरोना संक्रमण के मामले अभी भी रोजाना सामने आ रहे हैं। ऐसे में कोरोना की चेन तोडऩे और अज्ञात कोरोना कैरियर्स की पहचान करने के लिए पूल सैंपलिंग की शुरुआत की गई है। पूल सैंपलिंग के जरिए शहर के ऐसे इलाके जहां पांच से कम पॉजिटिव केस आए या जो कंटेनमेंट एरिया नहीं है, उन इलाकों के रहवासियों के ग्रुप में सैंपल लिए जा रहे हैं। बुजुर्गो की सुरक्षा के लिए इनके सैंपल पर जोर दिया जा रहा है। ताकि समय से संक्रमण का पता चल सके।
ये है पूल सैंपलिंग
पूल सैंपलिंग के तहत एक वार्ड, मोहल्ला, समुदाय व गांव के कुछ लोगों का रेंडम सैंपल लिया जाता है। फिर इन सैंपल को मिक्स कर जांच की जाती है। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने से सभी रहवासियों के कोरोना निगेटिव माना जाता है। अगर मिक्स सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो फिर सभी सैंपल की अलग-अलग जांच की जाती है। पूल सैंपलिंग और जांच से समय के साथ खर्च की बचत करते हुए कोरोना संक्रमण की पहचान किसी इलाके विशेष में की जाती है।
यहां नहीं होगी पूल सैंपलिंग
पूल सैंपलिंग को लेकर जो गाइड लाइन है, उसके मुताबिक कंटेनमेंट एरिया में पूल सैंपलिंग नहीं कराई जाती है। न ही 5 से अधिक मामले आने वाले इलाके में पूल सैपलिंग कराई जाती है। पूल सैंपल केवल उन इलाकों में लिए जाते हैं, जहां संक्रमण के मामले नहीं आए हैं। लेकिन इस इलाके में संक्रमण है या नहीं है, इसकी पुष्टि करने करने के लिए बिना लक्षण वाले लोगों के सैंपल लिए जाते हैं।
बुजुर्गो में बीमारी का समय से पता लगाने पर जोर
कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गो में देखने में आया है। ऐसे में बुजुर्गो में संक्रमण की समय से पहचान कर इलाज करने के मकसद से पूल सैंपलिंग में 50 वर्ष से ज्यादा आयु के लोगों के सैंपल पर जोर दिया जा रहा है। अभी तक आए मामलों में देर से संक्रमण का पता चलने से बुजुर्गो के मामले सबसे ज्यादा बिगड़े हैं। इसलिए बुजुर्गो में कोरोना संक्रमण की पहचान समय से करने पर जोर दिया जा रहा है। अभियान के तहत पहले दिन शहर की चेतगिरी कॉलोनी में प्रशासनिक एवं मेडिकल टीम पहुंची जहां सैंपलिंग की गई। इस मौके पर एसडीएम बीबी गंगेले, डिप्टी कलेक्टर प्रियांशी भंंवर, डिप्टी कलेक्टर राहुल सिलाडिय़ा, तहसीलदार संजय शर्मा सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
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