पहले जैसा नहीं उत्सव का माहौल
धनंजय सिंह ने बताया कि राखी के दिन एक दूसरे से मिलना, पूजा करना, राखी बांधना, मिठाई खाना, तोहफा लेना-देना सबका अलग रोमांच होता है। बुआ- बहनें घर आती तो घर का माहौल उत्सव जैसा हो जाता है। लेकिन इस बार कोई नहीं आ पाया। इस समय लॉकडाउन के माहौल में दुकानें बंद है। ऐसे में रक्षाबंधन की खरीदारी नहीं हो पाई। हालांकि ऑनलाइन ढेर सारे विकल्प है। ऑनलाइन ही राखी बंधवाई और ऑनलाइन ही गिफ्ट भेजा। राखी के दिन पूरा परिवार वर्चुअली जुड़ रहा है।
धनंजय सिंह ने बताया कि राखी के दिन एक दूसरे से मिलना, पूजा करना, राखी बांधना, मिठाई खाना, तोहफा लेना-देना सबका अलग रोमांच होता है। बुआ- बहनें घर आती तो घर का माहौल उत्सव जैसा हो जाता है। लेकिन इस बार कोई नहीं आ पाया। इस समय लॉकडाउन के माहौल में दुकानें बंद है। ऐसे में रक्षाबंधन की खरीदारी नहीं हो पाई। हालांकि ऑनलाइन ढेर सारे विकल्प है। ऑनलाइन ही राखी बंधवाई और ऑनलाइन ही गिफ्ट भेजा। राखी के दिन पूरा परिवार वर्चुअली जुड़ रहा है।
घर पर ही बनाई मिठाई
अमृता ने बताया कि इस बार लॉकडाउन की वजह से मिठाई की दुकानें बंद है। इसलिए अपने भाई के पसंद की मिठाई घर पर ही तैयार कर ली है। त्योहार के समय हम सबका मूड बदलेगा। कोरोना संकट के चलते चार माह से जीवन में लॉकडाउन है। भाई बहन के इस त्योहार ने जीवन में एक फिर उल्लास, उल्साह और उमंग का संचार कर दिया है। भले ही पहले की तरह त्योहार नहीं मना पा रहे, लेकिन अपने स्तर पर जितना संभव है, त्योहार में कोई कमी नहीं छोड़ी है।
अमृता ने बताया कि इस बार लॉकडाउन की वजह से मिठाई की दुकानें बंद है। इसलिए अपने भाई के पसंद की मिठाई घर पर ही तैयार कर ली है। त्योहार के समय हम सबका मूड बदलेगा। कोरोना संकट के चलते चार माह से जीवन में लॉकडाउन है। भाई बहन के इस त्योहार ने जीवन में एक फिर उल्लास, उल्साह और उमंग का संचार कर दिया है। भले ही पहले की तरह त्योहार नहीं मना पा रहे, लेकिन अपने स्तर पर जितना संभव है, त्योहार में कोई कमी नहीं छोड़ी है।
भाई दूर रह कर भी है पास
पूनम श्रीमवास्त ने बताया कि भाई दूर रह कर भी हमारे पास है। मैं अपने दिमाग में कभी भी यह ख्याल नहीं लाती कि राखी के दिन भाई बहन नहीं मिल पा रहे है। एक-दूसरे को खुश देखना भी बड़ी बात है। घर पर बच्चों और परिवार वालों के साथ गाना गाने, मिठाई और खाना के साथ इस त्योहार को अच्छे तरीके से मनाया जाता है। जिससे यह कोरोना काल यादगार बन जाए।
पूनम श्रीमवास्त ने बताया कि भाई दूर रह कर भी हमारे पास है। मैं अपने दिमाग में कभी भी यह ख्याल नहीं लाती कि राखी के दिन भाई बहन नहीं मिल पा रहे है। एक-दूसरे को खुश देखना भी बड़ी बात है। घर पर बच्चों और परिवार वालों के साथ गाना गाने, मिठाई और खाना के साथ इस त्योहार को अच्छे तरीके से मनाया जाता है। जिससे यह कोरोना काल यादगार बन जाए।
जेल में नहीं मना रक्षाबंधन
कोरोना संक्रमण के चलते जेल में बंद कैदी व बंदियों से मुलाकात पर प्रतिबंध है। रक्षाबंधन के दिन भी सुरक्षा कारणों से रक्षाबंधन पर्व पर सामूहिक आयोजन पर इस बार रोक रही। कई बहने जिला जेल भाइयों की कलाई में राखी बांधने के लिए पहुंच भी गई, लेकिन रक्षाबंधन के लिए पहले की तरह इंतजाम न होने के कारण अपने हाथ से भाई को राखी नहीं बांध पाईं।
कोरोना संक्रमण के चलते जेल में बंद कैदी व बंदियों से मुलाकात पर प्रतिबंध है। रक्षाबंधन के दिन भी सुरक्षा कारणों से रक्षाबंधन पर्व पर सामूहिक आयोजन पर इस बार रोक रही। कई बहने जिला जेल भाइयों की कलाई में राखी बांधने के लिए पहुंच भी गई, लेकिन रक्षाबंधन के लिए पहले की तरह इंतजाम न होने के कारण अपने हाथ से भाई को राखी नहीं बांध पाईं।
कोरोना वारियर्स को बांधी राखी
कंटेनमेंट जोन में ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों को महिला पुलिसकर्मियों ने ड्यूटी स्थल पर जाकर रक्षा सूत्र बांधकर रक्षाबंधन मनाया गया। पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा के निर्देश पर यातायात टीआई पूर्णिमा मिश्रा सहित महिला पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर सभी को राखी बांधी मिठाई खिलाई। एसपी सचिन शर्मा को भी महिला पुलिसकर्मियों ने राखी बांधी। महिला पुलिसकर्मियों ने पुलिसकर्मियों के साथ ही कंटेनमेंट एरिया में तैनात राजस्व,नगरपालिका, शिक्षा, वन विभाग के कर्मचारियों को भी रक्षा सूत्र बांधे।
कंटेनमेंट जोन में ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों को महिला पुलिसकर्मियों ने ड्यूटी स्थल पर जाकर रक्षा सूत्र बांधकर रक्षाबंधन मनाया गया। पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा के निर्देश पर यातायात टीआई पूर्णिमा मिश्रा सहित महिला पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर सभी को राखी बांधी मिठाई खिलाई। एसपी सचिन शर्मा को भी महिला पुलिसकर्मियों ने राखी बांधी। महिला पुलिसकर्मियों ने पुलिसकर्मियों के साथ ही कंटेनमेंट एरिया में तैनात राजस्व,नगरपालिका, शिक्षा, वन विभाग के कर्मचारियों को भी रक्षा सूत्र बांधे।