लोड की सही जानकारी से ही होगा समाधान
मार्च में शहर में हर रोज 3 लाख यूनिट बिजली की खपत रिकार्ड की गई थी लेकिन अप्रेल में यह खपत दोगुनी हो गई है। शहर में करीब एक सैकड़ा ट्रांसफार्मर हैं। कई ऐसे स्थान हैं जहां ट्रांसफार्मर में लोड अधिक है इसलिए ऐसे स्थानों को चिन्हित कर वहां नए ट्रांसफार्मर रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। उपभोक्ता उपयोग की जाने वाली बिजली के बारे में नहीं बताते। यदि वे अपना समय-समय पर आवश्यकतानुसार भार बढ़वाते हैं तो इससे बिजली विभाग को लोड निर्धारित करने में आसानी हो जाती है। उपभोक्ताओं को तभी अच्छी सेवाएं मिल सकती हैं जब वे अपना भार नियत करा लें। क्योंकि भार के आधार पर ही बिजली सप्लाई और ट्रांसफार्मर लगाना योजना में शामिल रहता है। उन्होंने बताया कि आरआरआरडीएसएस के तहत पतली केबिल बदलकर मोटी केबिल लगाने का प्रावधान है। वहीं नए ट्रांसफार्मर रखने की व्यवस्था है।
मार्च में शहर में हर रोज 3 लाख यूनिट बिजली की खपत रिकार्ड की गई थी लेकिन अप्रेल में यह खपत दोगुनी हो गई है। शहर में करीब एक सैकड़ा ट्रांसफार्मर हैं। कई ऐसे स्थान हैं जहां ट्रांसफार्मर में लोड अधिक है इसलिए ऐसे स्थानों को चिन्हित कर वहां नए ट्रांसफार्मर रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। उपभोक्ता उपयोग की जाने वाली बिजली के बारे में नहीं बताते। यदि वे अपना समय-समय पर आवश्यकतानुसार भार बढ़वाते हैं तो इससे बिजली विभाग को लोड निर्धारित करने में आसानी हो जाती है। उपभोक्ताओं को तभी अच्छी सेवाएं मिल सकती हैं जब वे अपना भार नियत करा लें। क्योंकि भार के आधार पर ही बिजली सप्लाई और ट्रांसफार्मर लगाना योजना में शामिल रहता है। उन्होंने बताया कि आरआरआरडीएसएस के तहत पतली केबिल बदलकर मोटी केबिल लगाने का प्रावधान है। वहीं नए ट्रांसफार्मर रखने की व्यवस्था है।
मीटर से छेड़छाड़ पर लगेगा एक साल का जुर्माना
कार्यपालन अभियंता आरए मिश्रा ने बताया कि शहर में मीटर से छेड़छाड़ करने वाला गिरोह सक्रिय है। उपभोक्ता थोड़ी लालच में अपने मीटर से छेड़छाड़ करा लेता है लेकिन जब भी ऐसे मीटर जांच के दायरे में आएंगे तो उपभोक्ताओं को मोटे अर्थदण्ड से दण्डित होना पड़ेगा। उन्होंने उपभोक्ताओं को सलाह दी कि वे मीटर से कोई छेडख़ानी न कराएं और पेनाल्टी से बचें। क्योंकि जांच के दौरान यदि मीटर में किसी भी तरह की छेड़छाड़ मिलती है तब ऐसी स्थिति में एक साल की पेनाल्टी वसूली जा सकती है।
कार्यपालन अभियंता आरए मिश्रा ने बताया कि शहर में मीटर से छेड़छाड़ करने वाला गिरोह सक्रिय है। उपभोक्ता थोड़ी लालच में अपने मीटर से छेड़छाड़ करा लेता है लेकिन जब भी ऐसे मीटर जांच के दायरे में आएंगे तो उपभोक्ताओं को मोटे अर्थदण्ड से दण्डित होना पड़ेगा। उन्होंने उपभोक्ताओं को सलाह दी कि वे मीटर से कोई छेडख़ानी न कराएं और पेनाल्टी से बचें। क्योंकि जांच के दौरान यदि मीटर में किसी भी तरह की छेड़छाड़ मिलती है तब ऐसी स्थिति में एक साल की पेनाल्टी वसूली जा सकती है।
फैक्ट फाइल महीना खपत यूनिट में
दिसंबर 78 लाख
जनवरी 79 लाख
फरवरी 84 लाख
मार्च 76.53 लाख
अप्रेल 1.47 करोड़
दिसंबर 78 लाख
जनवरी 79 लाख
फरवरी 84 लाख
मार्च 76.53 लाख
अप्रेल 1.47 करोड़