जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक के फैसलों पर अबतक नहीं हुआ अमल
दो बार मीटिंग में शहर की सड़कों से बिजली के खंभे शिफ्ट करने का हुआ फैसला, लेकिन पन्ना रोड से नहीं हटे खंभे
आकाशवाणी तिराहा से महोबा रोड तक सड़क किनारे अतिक्रमण व खतरनाक होर्डिंग्स हटाने की भी नहीं हुई कार्रवाई

छतरपुर। शहर के यातायात को सुगम बनाने के लिए जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में लिए गए निर्णयों पर अबतक अमल शुरु नहीं हुआ है। जिला सड़क सुरक्षा समिति की पिछली दो बैठकों में शहर के यातायात सुधारने के कई निर्णय लिए गए। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सदस्यों ने छतरपुर शहर में सुगम यातायात व्यवस्था बनाने और अतिक्रमण करते हुए व्यवसाय करने वाले विक्रेताओं के खिलाफ कार्यवाही करने और यहां-वहां वाहन पार्किंग करने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही करने का निर्णय लिया। इसके लिए एसडीएम छतरपुर, नगर पालिका सीएमओ छतरपुर, आरटीओ छतरपुर तथा यातायात प्रभारी की समिति गठित की गई। इस टीम को छतरपुर शहर में यातायात को सुगम बनाने और अतिक्रमण को हटाने की दिशा में संयुक्त रूप से कार्रवाई करनी थी, लेकिन अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
हेलमेट पर भी एक्शन नहीं
जिला सड़क सुरक्षा समिति के सदस्यों ने एक मत से निर्णय लिया कि छतरपुर शहर की यातायात व्यवस्था को व्यवस्थित बनाए रखने के साथ-साथ आकस्मिक दुर्घटना की रोकथाम के लिए हेलमेट पहनकर वाहन चलाना अनिवार्य किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि हेलमेट पहनकर वाहन चलाने की जनजाग्रति के लिए शहर के पेट्रोल पंप संचालकों का सहयोग लिया जाएगा तथा पेट्रोल पंपों से भी वाहन चालाकों को हेलमेट का उपयोग करने की सलाह देने के निर्देश दिए। लेकिन अभी तक हेलमेट को लेकर कोई अभियान शुरु नहीं हुआ है।
जगह-जगह रुक रहीं यात्री बसें
जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि शहर में जगह-जगह यात्री बस नहीं रोकीं जाएं। इससे यातायात वाधित होने के साथ-साथ आकस्मिक स्थिति भी निर्मित होती है और जगह-जगह जाम लगता है। समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि बस स्टैण्ड से जो बस निकलती है वह बीच-बीच में रूककर सवारी नहीं लेंगी और सीधे तय रूट के लिए प्रस्थान करेंगी। जो बस संचालक नियम का पालन नहीं करेंगे उनके खिलाफ चालान के साथ-साथ दण्डात्मक कार्यवाही भी की जाएगी।
ट्रैफिक सिग्नल भी नहीं हुए री-डिजाइन
समिति की बैठक में ट्राफिक सिंगनल को री-डिजाइन करने का निर्णय भी लिया गया। इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करने के कलेक्टर ने आदेश दिए थे। वहीं, गांधी चौक से महल चैक तक रोड का समतलीकरण का भी फैसला लिया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि ऐसे कॉमर्शियल भवन जहां वाहन पार्किंग व्यवस्था नहीं है उन्हें नगर पालिका द्वारा नोटिस दिया जाए तथा छतरपुर शहर में खुले में शासकीय जमीन पर अवैधानिक रूप से जो विक्रेता मांस का विक्रय कर रहे हैं उन पर कार्यवाही की जाए। लेकिन इस दिशा में भी अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है।
अधूरी प्लानिंग से सुविधा के बजाए हुई दुविधा
शहर के प्रमुख मार्ग के चौड़ीकरण के बाद बिजली के खंभे शिफ्ट किए जाने थे। जवाहर मार्ग पर खंभो की शिफ्टिंग तो कर ली गई। लेकिन पन्ना रोड पर 3 साल से बिजली के खंभे बीच सड़क पर खड़े हैं। स्टेडियम के सामने से लेकर कलेक्टर बंगला और पन्ना नाका तिराहा तक बीच बिजली के खंभे सड़क पर ही खड़े हैं, जिनकी शिफ्टिंग का काम अबतक शुरु नहीं हो पाया है। इन खंभों की वजह से ट्रफिक जाम और दुर्घटनाएं हो रही हैं। लेकिन जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठकों के निर्णय पर अमल न होने से शहर को ट्रैफिक बेजार है।
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