सेामवार को हुई प्रेस कांफ्रेंस में सागर जिले के बण्डा में स्थित देवजानकी रमण मंदिर गोराखुर्द के ट्रस्टी अनिल गुर्जर सामने आए। अनिल गुर्जर आशाराम बापू शिष्य मंडल के भी सदस्य हैं। उन्होंने श्रंगारी महाराज पर आरोप लगाए कि गोराखुर्द की करोड़ों रूपए की जमीन पर अखाड़े के नाम पर कब्जा करने की कोशिश हो रही है। वहीं श्रंगारी महाराज ने अनिल गुर्जर पर आरोप लगाए हैं कि अनिल गुर्जर ने देवजानकी मंदिर के मूल महंत 107 वर्षीय रामबालक दास को धोखे में रखकर उनसे मुख्त्यारनामा बनवाकर जमीन पर कब्जा कर लिया है।
इस प्रेस कांफ्रेंस में छतरपुर के संकट मोचन मंदिर के पूर्व महंत रामदास महाराज भी सामने आए। रामदास महाराज पर दुष्कर्म का एक मुकदमा विचाराधीन है जिसमें वे जमानत पर है। एक महिला को मंदिर में रखकर रेप के आरोप सामने आने के बाद जब उनकी गिरफ्तारी हुई तब उन्हें श्रंगारी महाराज निर्मोही अखाड़ा के द्वारा मंदिर की महंती से बेदखल कर दूसरे व्यक्ति को महंत बनाया गया था। अब रामदास कहते हंै कि श्रंगारी महाराज ने ही उनके विरूद्ध दुष्कर्म के मुकदमे की साजिश रचवाई थी ताकि संकट मोचन मंदिर की 65 एकड़ से अधिक जमीन पर श्रंगारी महाराज कब्जा कर सकें।