कोरोना काल के पहले ये रही पर्यटकों की स्थिति
वर्ष 2020 के शुरुआती दो महीनों की बात करें तो जनवरी में 29130 देसी पर्यटक खजुराहो आए, वहीं, 5772 विदेशी पर्यटकों ने भी खजुराहो की पाषाण शिल्प कला देखी। वहीं, फरवरी 2020 में 25290 देसी पर्यटक और 5745 विदेशी पर्यटकों ने खजुराहो में पश्चिम समूह के मंदिरों को देखा। वहीं, मार्च में 20 हजार से ज्यादा देसी व 3300 हजार करीब विदेशी पर्यटक खजुराहो आए, लेकिन तभी मार्च के अंतिम सप्ताह में लॉक डाउन लग गया। उसके बाद मार्च से जुलाई तक खजुराहो के मंदिर पर्यटकों के लिए बंद रखे गए।
वर्ष 2020 के शुरुआती दो महीनों की बात करें तो जनवरी में 29130 देसी पर्यटक खजुराहो आए, वहीं, 5772 विदेशी पर्यटकों ने भी खजुराहो की पाषाण शिल्प कला देखी। वहीं, फरवरी 2020 में 25290 देसी पर्यटक और 5745 विदेशी पर्यटकों ने खजुराहो में पश्चिम समूह के मंदिरों को देखा। वहीं, मार्च में 20 हजार से ज्यादा देसी व 3300 हजार करीब विदेशी पर्यटक खजुराहो आए, लेकिन तभी मार्च के अंतिम सप्ताह में लॉक डाउन लग गया। उसके बाद मार्च से जुलाई तक खजुराहो के मंदिर पर्यटकों के लिए बंद रखे गए।
जुलाई से खुले मंदिर, हर महीने बढ़ रहे देसी पर्यटक
6 जुलाई को पर्यटकों के लिए दोबारा मंदिर खोले गए, लेकिन उसके बाद विदेशी विमान परिवहन सेवाएं बंद होने से एक्का दुक्का विदेशी पर्यटक ही खजुराहो आए। जुलाई में 1733 देसी व 2 विदेशी पर्यटकों ने खजुराहो के मंदिर देखे वहीं, अगस्त में 3874 देसी पर्यटक खजुराहो आए, लेकिन विदेशी पर्यटक एक भी नहीं आ पाए। वहीं सिंतबर में 7471 देसी पर्यटक व 3 विदेशी पर्यटक आए। जबकि अक्टूबर में 9889 देसी व 3 विदेशी पर्यटक खजुराहो के मंदिर देखने आए। नवंबर में 12192 देसी व 4 विदेशी पर्यटक आए। दिसंबर में अबतक 8450 देसी पर्यटक खजुराहो के मंदिर घूम चुके हैं। विेदेशी पर्यटकों का आना न के बराबर है, लेकिन देसी पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। जिससे खजुराहो के डूबते पर्यटन उद्योग को सांसे मिल रही है, लेकिन अभी भी खजुराहो का पर्यटन व्यवसाय आर्थिक संक ट से उबर नहीं पाया है।
6 जुलाई को पर्यटकों के लिए दोबारा मंदिर खोले गए, लेकिन उसके बाद विदेशी विमान परिवहन सेवाएं बंद होने से एक्का दुक्का विदेशी पर्यटक ही खजुराहो आए। जुलाई में 1733 देसी व 2 विदेशी पर्यटकों ने खजुराहो के मंदिर देखे वहीं, अगस्त में 3874 देसी पर्यटक खजुराहो आए, लेकिन विदेशी पर्यटक एक भी नहीं आ पाए। वहीं सिंतबर में 7471 देसी पर्यटक व 3 विदेशी पर्यटक आए। जबकि अक्टूबर में 9889 देसी व 3 विदेशी पर्यटक खजुराहो के मंदिर देखने आए। नवंबर में 12192 देसी व 4 विदेशी पर्यटक आए। दिसंबर में अबतक 8450 देसी पर्यटक खजुराहो के मंदिर घूम चुके हैं। विेदेशी पर्यटकों का आना न के बराबर है, लेकिन देसी पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। जिससे खजुराहो के डूबते पर्यटन उद्योग को सांसे मिल रही है, लेकिन अभी भी खजुराहो का पर्यटन व्यवसाय आर्थिक संक ट से उबर नहीं पाया है।
नए साल की पार्टियों की योजना नहीं
कोविड गाइड लाइन के पालन के तहत सार्वजनिक कार्यक्रम में 100 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकते हैं। वहीं संक्रमण के डर से पर्यटक नए साल पर खजुराहो आएंगे या नहीं, इस बात की आशंका को लेकर खजुराहो के स्टार रेटिंग व बजट होटलों में नए साल की पार्टी की योजना नहीं बनाई है। इस साल गाला डिनर, कॉकटेल पार्टी के लिए अभी तक कोई बुकिंग शुरु नहीं हुई है। जबकि पिछले वर्षो में 15 दिसंबर तक ही सभी पार्टियों की बुकिंग पूरी हो जाती थी। वहीं, होटलों के कमरे भी एडवांस बुक हो जाते थे। जो इस बार नहीं हुए हैं।
कोविड गाइड लाइन के पालन के तहत सार्वजनिक कार्यक्रम में 100 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकते हैं। वहीं संक्रमण के डर से पर्यटक नए साल पर खजुराहो आएंगे या नहीं, इस बात की आशंका को लेकर खजुराहो के स्टार रेटिंग व बजट होटलों में नए साल की पार्टी की योजना नहीं बनाई है। इस साल गाला डिनर, कॉकटेल पार्टी के लिए अभी तक कोई बुकिंग शुरु नहीं हुई है। जबकि पिछले वर्षो में 15 दिसंबर तक ही सभी पार्टियों की बुकिंग पूरी हो जाती थी। वहीं, होटलों के कमरे भी एडवांस बुक हो जाते थे। जो इस बार नहीं हुए हैं।
अब देसी पर्यटन के भरोसे कारोबार
खजुराहो का पर्यटन उद्योग फिलहाल केवल देसी पर्यटकों की आवक से चल रहा है। नवंबर-दिसंबर माह में खजुराहो शादियों के लिए डेस्टिनेशन प्लेस बना रहा, जिससे लोग आए। वहीं, नए साल में घोषित पार्टियां हो नहीं है, लेकिन कुछ होटलों में इंडोर कार्यक्रम हो सकते है। विमान व ट्रेन सेवाएं बंद होने से खजुराहो आने वाले देसी पर्यटक भी सीमति इलाके से आ रहे हैं। कनेक्टिविटी बढ़े तो देसी पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
सुधीर शर्मा, गर्वमेंट एप्रूव कंसल्टेंट
खजुराहो का पर्यटन उद्योग फिलहाल केवल देसी पर्यटकों की आवक से चल रहा है। नवंबर-दिसंबर माह में खजुराहो शादियों के लिए डेस्टिनेशन प्लेस बना रहा, जिससे लोग आए। वहीं, नए साल में घोषित पार्टियां हो नहीं है, लेकिन कुछ होटलों में इंडोर कार्यक्रम हो सकते है। विमान व ट्रेन सेवाएं बंद होने से खजुराहो आने वाले देसी पर्यटक भी सीमति इलाके से आ रहे हैं। कनेक्टिविटी बढ़े तो देसी पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
सुधीर शर्मा, गर्वमेंट एप्रूव कंसल्टेंट