ये रही गिरावट की स्थिति
जिले के उन 9 स्कूलों में रिजल्ट में गिरावट आई है, जो प्राइवेट स्कूलों को मात देते थे। लेकिन वहां संसाधन व शैक्षिक स्टाफ की क मी के चलते रिजल्ट बेहतर नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में इन स्कूलों को मिशन 1000 में शामिल कर संसाधन व शैक्षिक स्टाफ की कमी दूर की गई, ताकि रिजल्ट और बेहतर हो सके। लेकिन इस बार एमपी बोर्ड द्वारा जारी किए गए रिजल्ट में इन 9 स्कूलों का रिजल्ट में गिरावट दर्ज की गई है। ढड़़ारी स्कूल के रिजल्ट में 2 फीसदी, रामटौरिया में 13 प्रतिशत, सटई में 9 प्रतिशत, बाजना में 6 प्रतिशत, ईशानगर में 10 प्रतिशत, मातगुंवा में 13 प्रतिशत रिजल्ट कम रहा। वहीं लवकुशनगर कन्या हायर सेकंडरी स्कूल का रिजल्ट 21 फीसदी गिर गया है। वहीं, बछौन के रिजल्ट में 1 प्रतिशत और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक-02 के रिजल्ट में 2 फीसदी की गिरावट आई है।
जिले के उन 9 स्कूलों में रिजल्ट में गिरावट आई है, जो प्राइवेट स्कूलों को मात देते थे। लेकिन वहां संसाधन व शैक्षिक स्टाफ की क मी के चलते रिजल्ट बेहतर नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में इन स्कूलों को मिशन 1000 में शामिल कर संसाधन व शैक्षिक स्टाफ की कमी दूर की गई, ताकि रिजल्ट और बेहतर हो सके। लेकिन इस बार एमपी बोर्ड द्वारा जारी किए गए रिजल्ट में इन 9 स्कूलों का रिजल्ट में गिरावट दर्ज की गई है। ढड़़ारी स्कूल के रिजल्ट में 2 फीसदी, रामटौरिया में 13 प्रतिशत, सटई में 9 प्रतिशत, बाजना में 6 प्रतिशत, ईशानगर में 10 प्रतिशत, मातगुंवा में 13 प्रतिशत रिजल्ट कम रहा। वहीं लवकुशनगर कन्या हायर सेकंडरी स्कूल का रिजल्ट 21 फीसदी गिर गया है। वहीं, बछौन के रिजल्ट में 1 प्रतिशत और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक-02 के रिजल्ट में 2 फीसदी की गिरावट आई है।
गंज स्कूल ने की प्रगति मिशन 1000 में शामिल जिले के 33 स्कूलों में शासकीय हाईस्कूल गंज ने रिजल्ट में 26 फीसदी की ग्रोथ की है। इसी तरह बालक हायर सेकंडरी चंदला के रिजल्ट में 21 फीसदी ग्रोथ हुई है। इसके अलावा 33 में शामिल 24 अन्य के रिजल्ट में भी सुधार आया है। बेहतर रिजल्ट के लिए इस बार इन स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाएं लगाई गई थीं।