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97.44 रुपए हुई डीजल की कीमत, ऑटो चालकों ने डेढ से दो गुना किया किराया

locationछतरपुरPublished: Jun 18, 2021 06:13:04 pm

Submitted by:

Dharmendra Singh

बसों का किराया पहले ही हो चुका है सवा गुना, वसूला जा रहा डेढ गुना किरायापरिवहन सेवा हुई महंगी, बढ़ती महंगाई के कारण प्रभावित हो रहा आम आदमी
 

परिवहन सेवा हुई महंगी

परिवहन सेवा हुई महंगी

छतरपुर। पेट्रोलियम पदार्थो की बढ़ती कीमत का असर आम आदमी की जेब पर पडऩे लगा है। जिले में पेट्रोल की कीमत 10६.१६ रूपए और डीजल की कीमत 97.44 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं। डीजल की कीमत बढऩे से ऑटो चालकों ने किराया डेढ गुना कर दिया है। वहीं, बसों का किराया पहले से ही डेढ गुना वसूला जा रहा है। लंबी दूरी की बसों में किराया वृद्धि 75 प्रतिशत तक हो गई है। सार्वजनिक परिवहन महंगा होने से समाज के हर तबके पर बुरा असर पड़ रहा है। कोरोना संक्रमण, लॉकडाउन व कोरोना कफ्र्यू से आर्थिक रुप से कमजोर हुए लोगों के लिए किराया वृदिध भारी पड़ रही है। ज्यादा किराया वसूलने को लेकर सवारियों व बस और ऑटो चालकों के बीच विवाद बढऩे लगे हैं।

ये कहना है ऑटो चालकों का
ऑटो चलाकर परिवार का भरण-पोषण करने वाले दिलीप सक्सेना बताते हैं कि डीजल की कीमत 97.44 रूपए प्रति लीटर हो चुकी है। गाड़ी में तेल डलवाकर सवारियों के लिए घूमते रहते हैं। कई बार दिन में इतनी सवारियां भी नहीं मिलती कि तेल का पैसा निकले। महंगाई के कारण बहुत बुरे हालातों में जीना पड़ रहा है। ऑटो चालक रामकृपाल विश्वकर्मा कहते हैं कि डीजल के दाम बढऩे के कारण अन्य चीजें भी महंगी हो रही हैं। महंगी रसोई गैस, दाल-चावल, सरसों का तेल आम आदमी के बजट को बिगाड़ रहा है। सरकार को ध्यान रखना चाहिए कि आम जनता दो वक्त की रोटी तो खा सके।
ये कहना है लोगों का
एक गृहणी गुलाबरानी कहती हैं कि महंगाई के कारण रसोई का बजट बिगड़ गया है। दाल-चावल, सरसों का तेल, रसेाई गैस सब महंगा है। इसी दौरान बच्चों की पढ़ाई, बीमारी पर खर्च, महंगी बिजली ने जीना मुश्किल कर दिया है। बढ़ती महंगाई के प्रति सरकारों का कोई ध्यान नहीं है। आम आदमी परेशान है। नितिन मिश्रा का कहना है कि सार्वजनिक परिवहन महंगा होने से अपडाउन करने वालों की समस्या भी बढ़ गई है। वहीं, सुरेन्द्र दुबे का कहना है कि आसपास के गांव से शहर सब्जी दूध लाने वाले लोगों का खर्च बढऩे से हर सामान की कीमत धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है।
बसों में 25 फीसदी किराया बढोत्तरी से संचालक खुश नहीं
डीजल की बढ़ती कीमतों के चलते शासन ने बस किराया में 25 फीसदी तक की बढोत्तरी की थी। लेकिन उसके बाद से डीजल के दाम में 25 रुपए तक की बढोत्तरी हो गई है। जिससे बसों के संचालन का खर्च भी बढ़ गया है। ऐसे में 25 फीसदी किराया बढोत्तरी में भी बसों के संचालक खुश नहीं है। यात्रियों की कम संख्या और डीजल की बढ़ी कीमत के चलते बसों में 50 से 75 फीसदी तक ज्यादा किराया वसूला जा रहा है।
ऑटो किराया वृद्धि
स्थान किराया पहले किराया अब
छतरपुर से नौगांव- 20 40
छतरपुर से पड़रिया- 15 30
छतरपुर से गंज- 20 40
छतरपुर से महाराजपुर- 20 30

लंबी दूरी बस किराया वृद्धि

स्थान पहले अब
छतरपुर से भोपाल 350 438
छतरपुर से इंदौर 523 654
छतरपुर से सागर 160 202
छतरपुर से टीकमगढ़ 100 125
खजुराहो से झांसी 176 220
स्थानीय बस किराया

स्थान पहले अब
छतरपुर से हरपालपुर 40 60
छतरपुर से नौगांव 20 30
छतरपुर से सटई 30 50
छतरपुर से बड़ामलहरा 50 70
छतरपुर से खजुराहो 50 65

शिकायत पर होगी कार्रवाई
बस किराए की नई दरें अप्रेल में लागू की गई थी। लेकिन तय किराया से अधिक वसूला जा रहा है, तो कार्रवाई होगी। ज्यादा किराया लेने की शिकायत सबूत सहित आरटीओ ऑफिस में की जा सकती है।
विक्रमजीत सिंह कंग, आरटीओ

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