ये कहना है ऑटो चालकों का
ऑटो चलाकर परिवार का भरण-पोषण करने वाले दिलीप सक्सेना बताते हैं कि डीजल की कीमत 97.44 रूपए प्रति लीटर हो चुकी है। गाड़ी में तेल डलवाकर सवारियों के लिए घूमते रहते हैं। कई बार दिन में इतनी सवारियां भी नहीं मिलती कि तेल का पैसा निकले। महंगाई के कारण बहुत बुरे हालातों में जीना पड़ रहा है। ऑटो चालक रामकृपाल विश्वकर्मा कहते हैं कि डीजल के दाम बढऩे के कारण अन्य चीजें भी महंगी हो रही हैं। महंगी रसोई गैस, दाल-चावल, सरसों का तेल आम आदमी के बजट को बिगाड़ रहा है। सरकार को ध्यान रखना चाहिए कि आम जनता दो वक्त की रोटी तो खा सके।
ये कहना है लोगों का
एक गृहणी गुलाबरानी कहती हैं कि महंगाई के कारण रसोई का बजट बिगड़ गया है। दाल-चावल, सरसों का तेल, रसेाई गैस सब महंगा है। इसी दौरान बच्चों की पढ़ाई, बीमारी पर खर्च, महंगी बिजली ने जीना मुश्किल कर दिया है। बढ़ती महंगाई के प्रति सरकारों का कोई ध्यान नहीं है। आम आदमी परेशान है। नितिन मिश्रा का कहना है कि सार्वजनिक परिवहन महंगा होने से अपडाउन करने वालों की समस्या भी बढ़ गई है। वहीं, सुरेन्द्र दुबे का कहना है कि आसपास के गांव से शहर सब्जी दूध लाने वाले लोगों का खर्च बढऩे से हर सामान की कीमत धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है।
एक गृहणी गुलाबरानी कहती हैं कि महंगाई के कारण रसोई का बजट बिगड़ गया है। दाल-चावल, सरसों का तेल, रसेाई गैस सब महंगा है। इसी दौरान बच्चों की पढ़ाई, बीमारी पर खर्च, महंगी बिजली ने जीना मुश्किल कर दिया है। बढ़ती महंगाई के प्रति सरकारों का कोई ध्यान नहीं है। आम आदमी परेशान है। नितिन मिश्रा का कहना है कि सार्वजनिक परिवहन महंगा होने से अपडाउन करने वालों की समस्या भी बढ़ गई है। वहीं, सुरेन्द्र दुबे का कहना है कि आसपास के गांव से शहर सब्जी दूध लाने वाले लोगों का खर्च बढऩे से हर सामान की कीमत धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है।
बसों में 25 फीसदी किराया बढोत्तरी से संचालक खुश नहीं
डीजल की बढ़ती कीमतों के चलते शासन ने बस किराया में 25 फीसदी तक की बढोत्तरी की थी। लेकिन उसके बाद से डीजल के दाम में 25 रुपए तक की बढोत्तरी हो गई है। जिससे बसों के संचालन का खर्च भी बढ़ गया है। ऐसे में 25 फीसदी किराया बढोत्तरी में भी बसों के संचालक खुश नहीं है। यात्रियों की कम संख्या और डीजल की बढ़ी कीमत के चलते बसों में 50 से 75 फीसदी तक ज्यादा किराया वसूला जा रहा है।
डीजल की बढ़ती कीमतों के चलते शासन ने बस किराया में 25 फीसदी तक की बढोत्तरी की थी। लेकिन उसके बाद से डीजल के दाम में 25 रुपए तक की बढोत्तरी हो गई है। जिससे बसों के संचालन का खर्च भी बढ़ गया है। ऐसे में 25 फीसदी किराया बढोत्तरी में भी बसों के संचालक खुश नहीं है। यात्रियों की कम संख्या और डीजल की बढ़ी कीमत के चलते बसों में 50 से 75 फीसदी तक ज्यादा किराया वसूला जा रहा है।
ऑटो किराया वृद्धि
स्थान किराया पहले किराया अब
छतरपुर से नौगांव- 20 40
छतरपुर से पड़रिया- 15 30
छतरपुर से गंज- 20 40
छतरपुर से महाराजपुर- 20 30 लंबी दूरी बस किराया वृद्धि स्थान पहले अब
छतरपुर से भोपाल 350 438
छतरपुर से इंदौर 523 654
छतरपुर से सागर 160 202
छतरपुर से टीकमगढ़ 100 125
खजुराहो से झांसी 176 220
स्थान किराया पहले किराया अब
छतरपुर से नौगांव- 20 40
छतरपुर से पड़रिया- 15 30
छतरपुर से गंज- 20 40
छतरपुर से महाराजपुर- 20 30 लंबी दूरी बस किराया वृद्धि स्थान पहले अब
छतरपुर से भोपाल 350 438
छतरपुर से इंदौर 523 654
छतरपुर से सागर 160 202
छतरपुर से टीकमगढ़ 100 125
खजुराहो से झांसी 176 220
स्थानीय बस किराया स्थान पहले अब
छतरपुर से हरपालपुर 40 60
छतरपुर से नौगांव 20 30
छतरपुर से सटई 30 50
छतरपुर से बड़ामलहरा 50 70
छतरपुर से खजुराहो 50 65
शिकायत पर होगी कार्रवाई
बस किराए की नई दरें अप्रेल में लागू की गई थी। लेकिन तय किराया से अधिक वसूला जा रहा है, तो कार्रवाई होगी। ज्यादा किराया लेने की शिकायत सबूत सहित आरटीओ ऑफिस में की जा सकती है।
विक्रमजीत सिंह कंग, आरटीओ
छतरपुर से हरपालपुर 40 60
छतरपुर से नौगांव 20 30
छतरपुर से सटई 30 50
छतरपुर से बड़ामलहरा 50 70
छतरपुर से खजुराहो 50 65
शिकायत पर होगी कार्रवाई
बस किराए की नई दरें अप्रेल में लागू की गई थी। लेकिन तय किराया से अधिक वसूला जा रहा है, तो कार्रवाई होगी। ज्यादा किराया लेने की शिकायत सबूत सहित आरटीओ ऑफिस में की जा सकती है।
विक्रमजीत सिंह कंग, आरटीओ