छतरपुरPublished: Sep 02, 2018 03:02:39 pm
rafi ahmad Siddqui
मीडियेशन/मध्यस्थता जागरूकता का एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न
District legal services authority
छतरपुर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण छतरपुर अध्यक्ष और जिला एवं सत्र न्यायाधीश एके सिंह ने कहा है कि सफल मीडियेटर वही है जो समस्या को समझकर व तटस्थ भूमिका का निवर्हन कर लोगों की समस्या का समाधान कराए। जिला एवं सत्र न्यायाधीश शनिवार को जिला न्यायालय के परिसर के एडीआर के समाकक्ष में मीडियेशन/मध्यस्थता जागरूकता विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण को संबोधित कर रहे थे।
प्राधिकरण अध्यक्ष एके सिंह ने अपेक्षा की कि ख्याति प्राप्त मास्टर ट्रेनर शाहिद मोहम्मद द्वारा दिए जाने वाले प्रशिक्षण से जो सीख कर जाएं उसका उपयोग ऐसे लोगों के प्रकरण निपटाने में सहायक होंगे। विवाद एवं परिवार- वाद जैसे मामले न्यायालय में आने के पहले कई प्रकरणों को समझौता के जरिए आसानी से निपटाए जा सकेंगे। विधि महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं और अध्यापकगणों ने विशेष रूप से प्रशिक्षण लिया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण छतरपुर के सचिव और अपर जिला न्यायाधीश प्रशांत निगम ने बताया कि न्यायालयों में लंबित प्रकरणों की संख्या ज्यादा बढ़ गई है। इसमें कई विवादों से संबंधित प्रकरणों का समझौता या मध्यस्थता के जरिए निपटाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि बिना मुकदमा लड़े लोगों को न्याय मिल सके इसके लिए प्राधिकरण पूरी तरह से प्रयासरत है। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) गुलाबचन्द्र मिश्रा ने कविता के माध्यम से प्रशिक्षण की आवश्यकता को प्रतिपादित किया। मास्टर ट्रेनर शाहिद मोहम्मद ने बताया कि मीडियेशन/मध्यस्थता का कंसेप्ट 8 साल पहले 2010 से मिशन के रूप में शामिल किया गया था। इन आठ सालों में हर क्षेत्र में काफी परिवर्तन हुए हैं। इस बदलाव के दौर में भी मीडियेशन समाधान मंच के रूप में स्थापित है। अभी तक प्रदेश में 3 लाख से ज्यादा प्रकरण मीडियेशन से निराकृत कराए जा चुके हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस प्रशिक्षण के बाद एडवोकेट और विधि विशेषज्ञ सामाजिक जिम्मेवारी का निर्वहन कर आम लोगों के विवाद जैसे प्रकरण जो समझा-बुझाकर और समझौता के रास्ते से निपटाए जा सकते हैं। जरूरतमंदों को न्याय दिलाएंगे। प्रधान न्यायाधीश (कुटुम्ब) इंदिरा सिंह, अन्य न्यायाधीश, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा, समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, अधिवक्तागण मौजूद थे।