इनका कहना है:
धसान नदी से अभी अस्पताल के लिए पानी सप्लाई नहीं हो रही है। जिस कारण अस्पताल में पानी की समस्या उत्पन्न हुई है। अभी अस्पताल में लगे बोर व टैंकरों द्वारा अस्पताल में पानी की सप्लाई की जा रही है। पानी की समस्याओं को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि किसी भी हालत में अस्पताल में पानी की समस्या नहीं होनी चाहिए। मरीज व उनके परिजनों को साफ व ठंडा पानी मिले इसके लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा इंतजाम किए जा रहे है।
– डॉ. एसके चौरिसया, सिविल सर्जन
पीने का पानी बाहर से लाने को मजबूर –
अस्पताल में लगे नलों में गर्म व खारा पानी आ रहा है। लेकिन मजबूर होकर पानी पीना पड़ रहा है। अस्पताल में लगे कई नलों में गंदा पानी आता है। कभी-कभी तो पानी भर लेते है। लेकिन प्यास न बुझ पाने से अस्पताल के बाहर से भी पानी लाते है। अस्पताल के पानी का उपयोग कपड़े धोन में कर लेते है और पीने के लिए अस्पताल के बाहर लगे हैडपंप से पानी भरकर लाते है। जब कहीं मरीज पानी पीकर प्यास बुझा पाते है।
विजय कुशवाहा, मरीज के परिजन
वॉटर कूलर से कम आता है पानी, तो नलों में आ रहा गंदा पानी
अस्पताल में पानी की व्यवस्था तो की गई है। लेकिन कई नल अभी भी नहीं चल रहे है। एक-दो वॉटर कूलर ही चालू है। जिससे मरीज को पानी में भरने में परेशानी होती है। कई नलों में लिखा है कि यह पानी पीने योग ? नहीं है। लेकिन क्या करें कई नलों में गंदा पानी आता है और किसी में साफ तो जिसमें साफ आता है उससे पानी भर लेते है। दवां वितरण केन्द्र के बाहर लगे नल में तो गंदा पानी आता है।
मोहन कुमार, मरीज के परिजन