गोली लगने से घायल चांदसी दवाखाना के डॉक्टर की मौत, पीएम को लेकर हंगामा
छतरपुरPublished: Nov 16, 2018 12:49:56 pm
– दीपावली के दूसरे दिन सिरफिरे युवक ने मारी थी गोली
छतरपुर। शहर के बसारी दरवाजा स्थित चांदसी दवाखाना के संचालक डॉ. अरविंद सिन्हा की इलाज के दौरान दिल्ली में मौत हो गई। पिछले दिनों गोली लगने से घायल होने के कारण उन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल से रैफर किया गया था, लेकिन जब उन्हें झांसी-ग्वालियर में इलाज नहीं मिला तो उन्हें परिजन दिल्ली ले गए थे। तभी से उनका इलाज चल रहा था। बुधवार की रात उन्होंने आखिरी सांस ली। गुरुवार को उनका शव छतरपुर लाया गया, जहां जिला अस्पताल में दो बार उनके शव का पीएम हुआ। पीएम को लेकर डॉ. सिन्हा के परिजनेां ने जमकर हंगामा किया। इसके बाद दूसरी बार जब पीएम हुआ तब वे संतुष्ट हुए
गौरतलब है कि ग्वाल मगरा तालाब के आगे बसारी दरवाजा के पास डॉॅ. अरविंद सिन्हा पिता धीरेंद्र सिन्हा (५०) चांदसी दवाखाना चलाते थे। यही पर ही उनका निवास है। बुधवार को दीपावली को उनके घर के सामने रहने वाला वकील नाम का युवक चबूतरे पर बैठा था। इस पर डॉ. अरविंद ने उसे अपने चबूतरे की पट्टी से उठा दिया। इस बर्ताव को लेकर हल्का विवाद हुआ और मामला शांत हो गया। लेकिन गुरुवार की सुबह 10 बजे युवक ने डॉ. अरविंद के घर में घुसकर गोली मार दी। इससे उनके पेट में गोली लगी। गंभीर हालत में डॉ. अरविंद को जिला अस्पताल लाया गया था। यहां से प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें गंभीर हालत में ग्वालियर के लिए रैफर कर दिया गया था, इसके बाद उन्हें दिल्ली ले जाया गया था। बीती रात दिल्ली में निधन हो जाने पर उनके शव को छतरपुर लाया गया, जहां उनके शव का पीएम किया गया।
हंगामा के बाद हुआ शव का पीएम तो निकल आई गोली :
डॉ. सिन्हा के शव को पीएम के लिए दिल्ली से जिला अस्पताल लाया गया। यहां पर पहली बार डॉ. सत्यम चौरसिया ने शव का पीएम किया तो पेट से गोली नहीं निकली, जबकि ग्वालियर से लेकर दिल्ली तक के डॉक्टरों ने पेट में गोली फंसी होने की जानकरी दी थी। पीएम में गोली नहीं निकलने पर डॉक्टर सिन्हा के परिजनों ने अस्पताल में ही हंगामा खड़ा कर दिया। इस पर तुरंत तीन डॉक्टरों का पैनल बनाकर फिर से पीएम करवाया गया। डॉ. वीपी शेषा, डॉ. आरपी गुप्ता और डॉ. सत्यम चौरसिया ने मिलकर शव का पीएम किया। इस पर डॉ. सिन्हा के पेज से गोली निकल आई। इसके बाद परिजन शांत हुए।