छतरपुर

विद्युत ठेकेदार ने रातों रात शुरू कराया सब स्टेशन बनाने का काम, लोगों ने जाम लगाकर किया हंगामा

प्रशासन दिखा बेबस, मिन्नतें कर खुलवाया जाम

छतरपुरNov 19, 2018 / 08:13 pm

Samved Jain

chhatarpur

छतरपुर। शहर के पठापुर रोड क्षेत्र में हनुमान टौरिया के पीछे रहने वाले लोगों को पहाड़ी काटकर रास्ता देने के लिए राजनैतिक दलों द्वारा दिया गया आश्वासन पूरा होते न देख रविवार की सुबह यहां हंगाम मच गया। मोहल्ले के लोगों ने रास्ता की जगह पर बिजली कंपनी द्वारा बस स्टेशन का निर्माण शुरू कर दिए जाने को लेकर लोगों ने बीच सड़क पर पोल रखकर जाम लगा दिया। ढाई घंटे तक चले हंगामा के बाद मौके पर प्रशासन का कोई भी प्रतिनिधि नहीं पहुंचा। केवल तहसीलदार ने पहुंचकर लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग नहीं माने। बाद में जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप पर लोग माने।
शहर के पठापुर रोड और मुक्तिधाम के पास से पहाड़ी को काटकर रास्ता बनाने की मांग कई सालों से चली आ रही है। लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा हर बार मोहल्लेवासियों को मात्र आश्वासन ही दिया जाता रहा। लेकिन करीब एक साल पहले स्थानीय लोगों द्वारा इस मांग को आंदोलन के रूप में बदल दिया था, जिसके बाद स्थानीय प्रतिनिधियों द्वारा बिना वन विभाग के अनुमति के ही वहां पर सड़क बनाने का कार्य शुरू करवा दिया गया। लेकिन कुछ दिन बाद काम बंद हो गया। यहां पर कार्य चालू कराना और बंद कराने का खेल कई बार चला लेकिन इसके बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका। मोहल्लेवासियों की इस मांग ने जब राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया तो यहां के लोगों ने भी रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा देकर अपनी मांग मनवाने का तरीका निकाल लिया। फिर से काम शुरू हुआ लेकिन चुनाव आचार संहिता लगने के कारण फिर से काम बंद हो गया। इसी दौरान विद्युत कंपनी के ठेकेदार द्वारा वहां पर सब स्टेशन बनाने का कार्य शुरू करा दिया।
शनिवार को रविवार को रात हुए कार्य को जब आस पास के रहने वालों ने देखा तो इसकी खबर क्षेत्र में आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते मौके पर भारी संख्या में लोग जुट गए और बिजली पोलों को सड़क पर रखकर जाम लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए और तहसीलदार आलोक वर्मा और सिटी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। भीड़ को काबू में करने की कोशिश की गई। लेकिन लोगों का आक्रोश कम नहीं हुआ। इसके बाद मौके पर पहुंचे कांग्रेस नेता और प्रत्याशी ने लोगों को समझाइश देकर लोगों का गुस्सा शांत कराया। लेकिन गुस्साए लोगों ने खड़े किए गए पोलों को हटाने की जिद के चलते जाम नहीं खोला। करीब दो घंटे तक चले हंगामे के बाद ठेकेदार द्वारा पोलों को उखड़वाया गया। जिसके बाद लोगों ने जाम खोला और आवागमन शुरू हो सका।
बेबस और लाचार दिखा प्रशासन :
रविवार को सुबह हुई इस घटना में प्रशासन पूरी तरह नेताओं के सामने नतमस्तक दिखाई दिया। एक ओर जहां लोगों द्वारा जमकर हंगामा किया जा रहा था। वहीं प्रशासन द्वारा लोगों की समझाने की कोशिश की जाती रही, लेकिन काम बंद नहीं कराया। जिससे लोगों गुस्सा और सातवें आसमान में पहुंच गया। इसी दौरान मौके पर पहुंच आलोक चतुर्वेदी ने काम बंद करवा दिया और लोगों को शांत कराया। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी नेताओं के सामने नतमस्तक रहे और बाद में दूर खड़े होकर तमाशा देखते रहे।
दूर से तमाशा देखते रहे तहसीलदार :
एक ओर जहां पर चुनाव आचार संहित लागू है तो वहीं पुलिस प्रशासन भी खासा चौकन्ना होने का भी दावा किया जा रहा है। लेकिन इस घटना के बाद पुलिस और प्रशासन के लचीलेपन और लेटलतीफी साफ तौर पर देखने को मिली। सुबह से ही यहां पर लोगों में आक्रोश पनपता रहा और इसकी जानकारी पुलिस और प्रशासन को दी गई लेकिन न तो पुलिस ने पहले मौके पर पहुंचने की जरूरत समझी और न ही प्रशासन ने और बाद में जब हो हंगामा बढ़ गया तो मौके पर पहुंचकर पुलिस और तहसीलदार दूर खड़े होकर तमाशा देखते रहे और लोगों द्वारा खुलेआम आचार संहित का उल्लघंन किया जाता रहा।
तहसीलदार करते रहे मिन्नतें, फिर भी नहीं खोला जाम :
घटना के दौरान मौक पर पहुंचे तहसीलदार आलोक वर्मा द्वारा लोगों को समझाइश दी गई। लेकिन उनके शब्द इतने नरम थे किसी ने भी उनकी बात पर कोई खास गौर नहीं किया और उनके सामने भी जमकर हंगामा करते रहे। बाद में हंगामा बंद होने के बाद करीब ४० मिनट तक लोगों द्वारा सड़क से जाम नहीं हटाया गया। जिस पर अधिकारी द्वारा मोहल्ले के कई लोगों से जाम खोलने की मिन्नतें करते रहे। लेकिन इसके बाद भी लोगों ने जाम नहीं खोला।
एमपीईबी के सब स्टेशन के लिए प्रस्तावित है भूमि :
जिस भूमि को लेकर इतना बखेडा खड़ा हो रहा है, लेकिन असल में वह भूमि प्रशासन द्वारा पहले ही विद्युत सब स्टेशन के लिए दे दी गई है। लेकिन बाद में राजनेताओं ने लोगों के साथ मिलकर खासा हंगामा किया गया। एमपीईबी द्वारा करीब पांच फिट जमीन कम कर दी गई थी। जिससे करीब २० फिट का रास्ते निकल आया था। जिस जगह पर नगर पालिका द्वारा कार्य शुरू कराया गया। लेकिन बाद में काम बंद हो गया।
इनका कहना है
लोग एमपीईबी के ठेकेदार द्वारा कराया जा रहे कार्य ने नाराज होकर हंगामा कर रहे थे। मौके पर जाकर उन्हें समझाईश दी गई कि चुनाव होने के बाद रास्ता बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा। आश्वासन के बाद लोग मान गए।
आलोक वर्मा, तहसीनदार
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