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बल्ब की रोशनी से रोशन घरों में बिजली के बिल मार रहे करेंट

locationछतरपुरPublished: Jan 17, 2022 08:15:41 pm

Submitted by:

Unnat Pachauri

100 यूनिट की खपत हजारों रुपए के बिल आने से ग्रामीण परेशान

बल्ब की रोशनी से रोशन घरों में बिजली के बिल मार रहे करेंट

बल्ब की रोशनी से रोशन घरों में बिजली के बिल मार रहे करेंट

नौगांव। विगत दो वर्ष से लागातर कोरोना माहमारी व बढ़ती महंगाई की मार से परेशान गरीब मजदूर व माध्यम वर्ग के लोगों को जहां अपने परिवार के भरणपोषण के लिए कड़ी मेहनत मजदूरी करने के बाद भी खाने के लाले पड़ रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर अपने घरों में बल्ब की रोशनी में जीवन यापन कर रहे लोगों को बिजली के बिल करंट मार रहे हैं। भले ही मध्य प्रदेश सरकार ने अपनी पीठ थपथपाते हुए कोरोनाकाल से परेशान गरीब मजदूर व माध्यम वर्ग के लोगों को राहत देते हुए बिजली बिलों में बड़ी राहत देने का भरोसा दिया था। जिससे लोगों को लगा था कि कम से कम बिजली के बिल से तो रहत मिलेगी। लेकिन मध्यप्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण अंचलों में इस माह भारी भरकम बिल भेजे गए, जिससे ग्रामीण काफी परेशान दिखाई दे रहे हैं। वहीं मऊसहानिया के ओआईसी को फोन रिसिब करने की भी फुर्सत नहीं है।
कांग्रेस सरकार की योजना ने दी थी बिजली के बिलों से राहत
कांग्रेस सरकार द्वारा इंदिरा गृह ज्योति योजना की शुरुआत कर 100 यूनिट तक बिजली खपत करने बाले हितग्राहियों को 100 रुपए बिजली बिल देने की कवायद शुरू की गई थी। जिससे लोगों को बिजली के बिलों से काफी राहत मिली थी और ग्रामीण अंचल से ना होने वाली बिजली की भरपाई में भी यह योजना कामगार साबित हुई थी। इस योजना के बाद ग्रामीणों ने अपने-अपने कनेक्शन कराकर बिजली के बिलों का भुगतान करने लगे, कोरोना काल का चक्र समाप्त भी नहीं हुआ कि भाजपा शासनकाल के नुमाइंदे ग्रामीणों को 100 यूनिट की खपत पर हजारों रुपए का बिल पकड़ाने लगे हैं, जिससे ग्रामीणों में भाजपा सरकार के प्रति आक्रोश पनप रहा है।
विभाग ने थमाए हजारों रुपए के भारी भरकम बिल
एक ओर जहां नौगांव नगर ठंड के मामले में अपना रिकॉर्ड कायम कर रहा है, ऐसे में उपभोक्ताओं के पंखे, कूलर आदि बंद पड़े हुए हैं, तो वहीं बिजली की आंखमिचौली और घंटों की कटौती के बावजूद भी इस मौसम में बिजली विभाग द्वारा हजारों रुपए के बिल थमाए जा रहे हैं। मऊसहानिया विद्युत वितरण क्षेत्र के नयागांव निवासियों सहित अन्य ग्रामीण अंचलों के उपभोक्ता बिजली के बिलों को देख परेशान हैं। 100 रुपए की जगह एक महीने का बिल 1 हजार से लेकर 12 हजार रुपए का बिल देखकर घबरा रहे हैं। ऐसे हालात में इतने भारी भरकम बिलों की भरपाई कैसे होगी।
ग्रामीणों में संदेह यह कैसी बिल माफी योजना
कोरोना काल को देखते हुए सरकार द्वारा बिल माफ किए गए थे या बाद में वसूलने के आदेश पारित किए गए, यह एक चर्चा का विषय बना हुआ है। ग्रामीण मूलचंद्र, दीपक, रमेश, दीनदयाल आदि का कहना है कि कोरोना काल में भले ही बकायादारों के बिल भी 100 रुपए प्रतिमाह भेजे गए बिलों में 100 रुपए अंकित देख लोग खुश होकर सरकार के जन हितेषी का गुणगान कर बिजली बिल माफ होने की खुशी जाहिर की थी। लेकिन कोरोना काल खत्म ही नहीं हुआ कि एक बार फिर लोगों को ऐसे हालात में भारी भरकम बिल रुलाने लगे हैं, लोगो ने सरकार से गुहार लगाई है कि हमारे पहले के बिल माफ किए जाऐंं।
इनका कहना है
भाजपा सरकार घोषणा और झूठे बादों की सरकार है, यह शुरू से ही लोगों के साथ छलावा करते रहे हैं, इन्हें जल्द ही बिल माफ करना चाहिए, जिससे ग्रामीण परेशान न हो सके। यदि बिजली की बिलों की माफी नहीं हुई तो कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी।
नीरज दीक्षित, विधायक महराजपुर विधानसभा
इनका कहना है
सरकार द्वारा बिजली के बिलों की माफी की कोई घोषणा नहीं की गई थी, बिजली के बिलों से राहत के लिए यदि उपभोगता 31 जनवरी तक अपना रजिस्टेशन करवाकर अपना सारा बिल जामा करते है तो उन्हें शासन द्वारा 40 प्रतिशत की छूट दी जाएगी
अंशु प्रवीण मिश्रा, मंडल अध्यक्ष नौगांव
इनका कहना है
कोरोना काल के समय उपभोगताओं ने अपने बिजली के बिल जमा नहीं किए थे, जिससे सभी जगह के बिल बढ़कर आ रहे हैं। पूरा बकाया जमा करने पर 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
आरए मिश्रा, डीई छतरपुर
बल्ब की रोशनी से रोशन घरों में बिजली के बिल मार रहे करेंट

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