छतरपुरPublished: Oct 17, 2019 01:56:08 am
हामिद खान
गौरिहार जनपद पंचायत का मामला
रोजगार सहायक ने अपने बॉस जनपद सीइओ को १० हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार कराया
छतरपुर. पंचायतों में कराए गए सीसी निर्माण की राशि जारी करने के लिए गौरिहार जनपद सीइओ जयशंकर तिवारी ने रोजगार सहायक से 10 हजार रुपए मांगे थे। पैसे न देने पर रोजगार सहायक की नौकरी खतरे में डालने की धमकी देने से तंग आकर रोजगार सहायक ने लोकायुक्त से संपर्क किया और बुधवार को जनपद पंचायत सीइओ को रिश्वत लेते दबोच लिया।
जनपद पंचायत गौरिहार की ग्राम पंचायत मिश्रनपुरवा में सांसद निधि से ढाई लाख रुपए सीसी सड़क के लिए स्वीकृत हुए थे। यह राशि खाते में आई और निर्धारित स्थान पर सीमेंट कांक्रीट की सड़क भी डाल दी गई। इसी राशि के एवज में रोजगार सहायक रॉबिन मिश्रा ने जनपद सीइओ जयशंकर तिवारी ने 10 हजार रुपए मांगे थे। रॉबिन ने 9 अक्टूबर को सागर लोकायुक्त से संपर्क किया। जब उन्होंने शिकायत की पुष्टि कर ली तो सीइओ को रंगे हाथों गिरफ्तार करने की योजना तैयार की। डीएसपी राजेश खेड़े की टीम दोपहर में गौरिहार पहुंची और करीब साढ़े 3 बजे जैसे ही रॉबिन मिश्रा 10 हजार लेकर सीईओ के कक्ष में पहुंचकर पैसे देने लगा वैसे ही पीछे से पहुंची लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। डीएसपी राजेश खेड़े ने बताया कि रोजगार सहायक की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत सीईओ के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मामला कोर्ट में पहुंचाया जाएगा।
आरोप: नौकरी से हटाने की देते हैं धमकी
मिश्रनपुरवा पंचायत के रोजगार सहायक रॉबिन मिश्रा ने बताया कि मेरी नौकरी संविदा के आधार पर है इसलिए उन्हें लगातार दबाया जाता है। मिश्रा ने आरोप लगाया कि जनपद सीइओ ने पूर्व में कई तरह से प्रताडि़त कर करीब एक लाख रुपए बिना किसी कार्य के डकार लिए हैं। रोजगार सहायक ने बताया कि पद से हटाने की धमकी देकर सीईओ द्वारा अक्सर उनसे पैसे ऐंठे गए। नौकरी बचाने के लिए वह भी सीइओ को पैसे देते रहे।