केन मेडीकल सेंटर के संचालक ह्दय रोग विशेषज्ञ डॉ. शैलेंद्र भदौरिया ने अपने अग्रज पेशे से इंजीनियर योगेन्द्र भदोरिया और पिता से बात की। भदौरिया परिवार ने आपसी सहमति बनाई और विवाह में सहयोग करने का बीड़ा उठा लिया। बता दें कि भदोरिया भाईयों का ननिहाल गुलगंज में है लिहाजा इस पुनीत कार्य में उनके मामा कृष्ण प्रताप उर्फ कृष्णा दाऊ ने भी सहयोग किया और दूल्हे की तलाश शुरू की। उन्होंने पिपरिया निवासी मोहन सिंह के छोटे बेटे के साथ शादी की चर्चा शुरू की। औपचारिक रूप से वर-वधू ने एक दूसरे को देखा और रिश्ता पैराडाइस कॉलोनी स्थित डॉ. शैलेंद्र भदोरिया के निवास पर तय हो गया।
डॉक्टर शैलेन्द्र भदौरिया के बड़े भाई योगेंद भदौरिया ने आदिवासी बिटिया की शादी के लिए लगन लेकर जाना तय किया। तत्पश्चात डॉक्टर भदोरिया और उनके पिता ने शादी में अन्य सभी वे महत्वपूर्ण रश्में निभाई जो एक पिता को अपनी बेटी की शादी में निभाई पड़ती है। आदिवासी बेटी का विवाह गुलगंज के निकट स्थित चौपरिया सरकार सिद्ध स्थान में संपन्न कराया गया। इस मौके पर टीका, बेला, चढ़ाव आदि सभी रश्में भदौरिया परिवार ने मंत्रोच्चार और हवन करवाकर सम्पन्न कराई। विदाई में बिटिया को रोजमर्रा की जरूरतों का सामान भी दिया गया। इस शादी में गुलगंज के सेंगर परिवार और चौपरिया सरकार मंदिर के पंडित जी का विशेष सहयोग रहा।