छतरपुर

नोटिस के बाद भी अपनी जिद पर अड़े मंडी के व्यापारी

व्यापारियों की हड़ताल से मंडी में क्रय-विक्रय कई दिनों से बंद, कई बैठकों के बाद भी नतीजा शून्य

छतरपुरMay 19, 2022 / 06:17 pm

Unnat Pachauri

नोटिस के बाद भी अपनी जिद पर अड़े मंडी के व्यापारी

छतरपुर। हरपालपुर मंडी में तुलावटियों के मजदूरी दर निर्धारित करने की मांग को लेकर चल रहा विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। इसको लेकर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कई प्रयासों कि बाद १७ मई को नोटिस जारी कर व्यापारियों को हड़ताल बंद कर दो दिनों में अपने काम पर आने का लेख किया है। मंडी समिति सचिव द्वारा जारी नोटिस में बताया कि व्यापारियों द्वारा बिना सूचना दिए की जा रही हड़ताल अवैधानिक हैं और उसे तत्काल बंद किया जाए। ऐसा नहीं होने की स्थिति में समिति द्वारा कार्रवाई की जाएगी। वहीं नोटिस बाद भी व्यापारियों द्वारा हड़ताल खत्म नहीं की जा रही है और ऐसे में मंडी में डाक नहीं लग पा रही है और किसानों द्वारा अपनी फसल बेचने के लिए इंतजार में परेशान हो रहे हैं।
गौरतलब है कि हरपालपुर मंडी के व्यापारियों द्वारा २५ अप्रेल को मंडी सचिव को ज्ञापन देकर तुलावटियों के मजदूरी दर में प्रति कुंतल या प्रति बोरा किए जाने की मांग की थी और इसके लिए व्यापारियों ने ७ दिन का समय दिया था। जिसपर समिति द्वारा जल्द से जल्द इसको लेकर विचार करने और कार्रवाई करने की बात कही थी। लेकिन इसके बाद बिना किसी लिखित सूचना दिए २ मई को व्यापारी हड़ताल पर बैठ गए। जिस दौरान क्षेत्र के फसल लेकर आए किसानों ने मंडी में हंगामा किया और जांच लगा दिया। जिसके बाद मौके पर पहुंची तहसीलदार के कहने पर डाक बोली गई। इसके बाद ३ को अवकास के बाद ४ को फिर से व्यापारी हड़ताल पर बैठ गए। जिसके बाद ५ मई को एसडीएम बैठक की और कार्रवाई की बात कही। इस दौरान मंडी में वापस आने पर सहमति दी। लेकिन एसडीएम के जाने के बाद भी हड़ताल जारी रखी। वहीं ८ मई को विधायक और मंडी समिति के सदस्यों ने बैठक कर कहा कि जिस तरह अभी चल रहा है, चलने दें, हाईकोर्ट के निर्णय आने के बाद उसका फैसला मान्य किया जाएगा। लेकिन इसके बाद भी व्यापारी नहीं माने और लगातार हड़ताल पर बैठे रहे। इसी बीच कई बाद बैठकें की और तुलावटियों के मजदूरी दर को चल रहे विवाद नहीं निबट सका। जिसके बाद १७ मई को मंडी सचिव द्वारा नोटिस जारी कर दो दिन का समय दिया है।
इनका कहना है
१७ मई को दो दिवस के अंदर व्यापारियों को हड़ताल बंद कर काम पर वापस आने और क्रय विक्रय करने की बात कही है। नोटिस की म्याद २० मई को है। जो भी जवाब होगा उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
सुरेंद्र खरे, मंडी सचिव, हरपालपुर

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