पूरा शहर रहा हलाकान
वहीं शुक्रवार को रात में करीब ८.४५ बजे अचानक पूरे शहर की बिजली गुल हो गई। जिसके बाद रात में करीब ११ बजे के बाद बिजली आने लोगों को राहत मिल सकी। लेकिन रात में भी कई बाद गुल होने से परेशान रहे। वहीं इस दौरान शहर के लोगों द्वारा एमपीईबी के शिकायत नम्बर ०७६८२-२४५५६६ व ६७ में सम्पर्क किया, लेकिन ये नंबर कभी उठते नहीं है। कंट्रोल रुम के कर्मचारी फोन का रिसीवर उठाकर रख देते हैं, जिससे ये नंबर हमेशा बिजी बताते रहते हैं।
वहीं शुक्रवार को रात में करीब ८.४५ बजे अचानक पूरे शहर की बिजली गुल हो गई। जिसके बाद रात में करीब ११ बजे के बाद बिजली आने लोगों को राहत मिल सकी। लेकिन रात में भी कई बाद गुल होने से परेशान रहे। वहीं इस दौरान शहर के लोगों द्वारा एमपीईबी के शिकायत नम्बर ०७६८२-२४५५६६ व ६७ में सम्पर्क किया, लेकिन ये नंबर कभी उठते नहीं है। कंट्रोल रुम के कर्मचारी फोन का रिसीवर उठाकर रख देते हैं, जिससे ये नंबर हमेशा बिजी बताते रहते हैं।
अधिकारी भी नहीं उठाते फोन
इसके बाद जेई, एई सहित अधिकारियों को उनके सरकारी और निजी नम्बरों में सम्पर्क किया गया, लेकिन किसी ने भी फोन नहीं अटेंड किया और लोगों में आक्रोश पनपता रहा। वहीं शहर के विभिन्न इलाकों में बिजली के तार टूटने, फाल्ट होने आदि की जानकारी भी मिली। जिसकी जानकारी लोगों ने एमपीईबी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की गई। लेकिन इसके बाद रात में कोई कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे। देरी रोड निवासी बृम्हप्रकाश उपाध्याय, देवीप्रसाद, मोनू खरे आदि लोगों ने बताया कि बीते करीब २० दिनों से शहर में बिजली असमय गुल होने की दिक्कत है। जिससे वह न तो सो पा रहे हैं और न ही उनके बच्चे पढ़ाई कर पा रहे हैं। पीएनबी बैंक के पीछे के रहवासी एक सप्ताह से बिजली कटौती से हलाकान है। उन्हें रात में सड़क पर जाम तक लगाना पड़ा। लेकिन बिजली कंपनी की कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
इसके बाद जेई, एई सहित अधिकारियों को उनके सरकारी और निजी नम्बरों में सम्पर्क किया गया, लेकिन किसी ने भी फोन नहीं अटेंड किया और लोगों में आक्रोश पनपता रहा। वहीं शहर के विभिन्न इलाकों में बिजली के तार टूटने, फाल्ट होने आदि की जानकारी भी मिली। जिसकी जानकारी लोगों ने एमपीईबी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की गई। लेकिन इसके बाद रात में कोई कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे। देरी रोड निवासी बृम्हप्रकाश उपाध्याय, देवीप्रसाद, मोनू खरे आदि लोगों ने बताया कि बीते करीब २० दिनों से शहर में बिजली असमय गुल होने की दिक्कत है। जिससे वह न तो सो पा रहे हैं और न ही उनके बच्चे पढ़ाई कर पा रहे हैं। पीएनबी बैंक के पीछे के रहवासी एक सप्ताह से बिजली कटौती से हलाकान है। उन्हें रात में सड़क पर जाम तक लगाना पड़ा। लेकिन बिजली कंपनी की कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
१२ घंटे से अधिक सड़क में बहता रहा करंट
शहर के देरी रोड में अक्षर धाम के पास रात करीब ८ बजे बिजली के तारों में आग लग गई और काफी देर तक जलने के बाद तार टूटकर गिर गए। जिसके बाद स्थानीय लोगों से विभाग को सूचना दी। लेकिन घंटों तक नहीं पहुंचने पर कुछ लोगों ने एमपीईबी पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। लेकिन इसके बाद भी सुधार नहीं कराया और रात भर तारों में करंट दौड़ता रहा। हालाकि कोई घटना नहीं हो सकी। इसके बाद सुबह करीब १० बजे एमपीईबी से टीम मौके पर पहुंची और सुधार कार्य शुरू किया गया।
शहर के देरी रोड में अक्षर धाम के पास रात करीब ८ बजे बिजली के तारों में आग लग गई और काफी देर तक जलने के बाद तार टूटकर गिर गए। जिसके बाद स्थानीय लोगों से विभाग को सूचना दी। लेकिन घंटों तक नहीं पहुंचने पर कुछ लोगों ने एमपीईबी पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। लेकिन इसके बाद भी सुधार नहीं कराया और रात भर तारों में करंट दौड़ता रहा। हालाकि कोई घटना नहीं हो सकी। इसके बाद सुबह करीब १० बजे एमपीईबी से टीम मौके पर पहुंची और सुधार कार्य शुरू किया गया।
नए नम्बरों पर भी नहीं मिल रहा उत्तर
बिजली समस्या का समाधान करने के लिए बिजली कंपनी द्वारा ०७६८२-२४५५६६ व ६७ जारी किए गए थे। अब कंपनी द्वारा ७६४८८२४३९२ और ९४२५६१३७५७ नंबर भी जारी किए हैं। लेकिन इन नंबरों पर फोन लगाने पर कोई भी कॉल अंटेड नहीं किया जाता है।
बिजली समस्या का समाधान करने के लिए बिजली कंपनी द्वारा ०७६८२-२४५५६६ व ६७ जारी किए गए थे। अब कंपनी द्वारा ७६४८८२४३९२ और ९४२५६१३७५७ नंबर भी जारी किए हैं। लेकिन इन नंबरों पर फोन लगाने पर कोई भी कॉल अंटेड नहीं किया जाता है।
इनका कहना है
भीषण गर्मी होने से फाल्ट अधिक हो रहे हैं, ऐसे में सुधार के लिए लाइन बंद करनी पड़ती है, जिससे कुछ देर के लिए बिजली सप्लाई प्रभावित होती है। वहीं इसके लिए अधिकारियों की स्पेशल ड्यूटी लगाकर व्यवस्था में सुधार किया जा रहा है।
आरके मिश्रा, डीई, छतरपुर एमपीईबी
भीषण गर्मी होने से फाल्ट अधिक हो रहे हैं, ऐसे में सुधार के लिए लाइन बंद करनी पड़ती है, जिससे कुछ देर के लिए बिजली सप्लाई प्रभावित होती है। वहीं इसके लिए अधिकारियों की स्पेशल ड्यूटी लगाकर व्यवस्था में सुधार किया जा रहा है।
आरके मिश्रा, डीई, छतरपुर एमपीईबी