सोमवार को हरपालपुर नगर के लहचुरा रोड़ पर स्थित डबल लॉक गोदाम में डीएपी खाद लेने किसानों की भारी भीड़ सुबह 6 बजे से उमड़ पड़ी, लेकिन कई घंटे लाइन में लगने के बाद किसानों को दो से तीन बोरी डीएपी खाद मिल सका। वहीं, कुछ किसानों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा क्यों कि महज 6 टन डीएपी होने के चलते दो घंटे में डीएपी खाद स्टॉक खत्म हो गया। विपरण संघ के गोदाम में एक अक्टूबर को 260.84 टन डीएपी खाद आई थी, जो बंट गया है। अब डबल लॉक गोदाम में भी डीएपी खाद का स्टॉक खत्म होने बाद किसानों के सामने संकट खड़ा हो गया है। डबल लॉक गोदाम पर प्रभारी जमुना सिंह ने बतलाया कि हमारे पास खरीफ सीजन का डीएपी स्टॉक में था, उसकी नगद बिक्री की गई हैं, रवि सीजन का डीएपी खाद अभी नहीं मिला है। बीते दिनों हरपालपुर आई डीएपी खाद की रैक से उनको खाद नहीं उपलब्ध कराया गया है।
सोसायटियों में पहले भी किसान कर्ज के चलते परमिट पर खाद लेने नहीं जा रहा था। इसके चलते किसान डबल लॉक गोदाम पर खाद लेने पहुंच रहे थे। लेकिन अब यहां भी खाद स्टॉक खत्म होने से किसानों को नकद में महंगे दामों पर खाद खऱीदने को विवश होना पड़ रहा हैं। डीएपी खाद की बोरी का 1200 रुपए सरकारी दाम तय है, उसके बाद भी 1400 से 1500 किसानों को बेच रहे हैं।
कुछ खाद व्यापारी उत्तर प्रदेश से खाद की कालाबाज़ारी कर ला रहे हैं और महंगे दामों पर बेच रहे हैं। वहीं, सहकारी समितियों में भी एक साथ डीएपी खाद का स्टॉक खत्म होने से किसानों के सामने संकट खड़ा हो गया हैं।
सहकारी समितियों में भी डीएपी खाद खत्म
सहकारी समिति रानीपुरा हरपालपुर में दो दिन पहले डीएपी खाद का स्टॉक खत्म हो गया था। बोबनी शुरू होते ही समिति ने 800 किसानों को 900 बोरी डीएपी खाद का वितरण कर दिया है। इस सहकारी समिति में 1600 किसान सदस्य है लेकिन 800 ओवरड्यू हैं जिस चलते वो परमिट पर खाद नही ले पा रहे हैं। नगद में बाजार में महंगे दामों पर खरीद रहे हैं। यही हाल भदर्रा सहकारी समिति में डीएपी खाद का स्टॉक खत्म हो गया है। 1300 सदस्य किसानों में 600 किसानों को ही डीएपी का वितरण हो सका है। आलीपुरा सहकारी समिति में भी चार दिन पहले डीएपी खाद का स्टॉक पूरी तरह खत्म हो गया है। बड़ागांव सहकारी समिति में अभी 200 बोरी डीएपी खाद स्टॉक बचा है।
सहकारी समिति रानीपुरा हरपालपुर में दो दिन पहले डीएपी खाद का स्टॉक खत्म हो गया था। बोबनी शुरू होते ही समिति ने 800 किसानों को 900 बोरी डीएपी खाद का वितरण कर दिया है। इस सहकारी समिति में 1600 किसान सदस्य है लेकिन 800 ओवरड्यू हैं जिस चलते वो परमिट पर खाद नही ले पा रहे हैं। नगद में बाजार में महंगे दामों पर खरीद रहे हैं। यही हाल भदर्रा सहकारी समिति में डीएपी खाद का स्टॉक खत्म हो गया है। 1300 सदस्य किसानों में 600 किसानों को ही डीएपी का वितरण हो सका है। आलीपुरा सहकारी समिति में भी चार दिन पहले डीएपी खाद का स्टॉक पूरी तरह खत्म हो गया है। बड़ागांव सहकारी समिति में अभी 200 बोरी डीएपी खाद स्टॉक बचा है।
इनका कहना है
डबल लॉक गोदामो सहकारी समितियों में खाद का पर्याप्त स्टॉक हैं, जिसका किसानों को वितरण किया जा रहा है। निजी खाद विक्रेता यदि अधिक दामों पर बेच रहे या खाद की जमाखोरी करते है तो उन के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी
विनय द्विेदी, एसडीएम
डबल लॉक गोदामो सहकारी समितियों में खाद का पर्याप्त स्टॉक हैं, जिसका किसानों को वितरण किया जा रहा है। निजी खाद विक्रेता यदि अधिक दामों पर बेच रहे या खाद की जमाखोरी करते है तो उन के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी
विनय द्विेदी, एसडीएम