किसानों से कर्ज वसूली के लिए समिति प्रबंधक ने की लिस्ट तैयार किसान परेशान
छतरपुरPublished: Jun 26, 2019 07:45:10 pm
50 हजार से लेकर 2 लाख रुपए तक की डिफाल्टर किसानों की सूची तैयार कर ली गई
किसानों से कर्ज वसूली के लिए समिति प्रबंधक ने की लिस्ट तैयार किसान परेशान
नौगांव। वृहताकार सेवा सहकारी समिति अलीपुरा में इन दिनों किसानों के कर्ज वसूली का काम चल रहा है क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांव के किसानों को आगे आने वाले समय में अपने खाद बीज एवं नगद राशि के लिए चिंता सता रही है किसानों का कहना है कि सरकार की घोषणा के बाद किसान बेमौत मर रहा है, क्योंकि कर्ज माफी की घोषणा के बाद किसान ने ना तो पैसा बैंकों का जमा किया और ना ही उसका पैसा माफ किया गया। ऐसे में वह बैंकों से डिफाल्टर हो गया, अब बैंक द्वारा 12 प्रतिशत ब्याज लगाकर किसानों से वसूली की जा रही है, क्षेत्र के किसान अपने आप को सरकार द्वारा धोखा करने की बात कह रहे हैं। करारा गंज और अलीपुरा के कुछ किसानों का कहना है कि उन्होंने मार्च 18 के डिफाल्टर होने के बावजूद भी जब उनका नाम सूची में नहीं आया तो मजबूरन बैंक में पहुंचकर पैसा जमा करना पड़ा समिति के प्रबंधक का कहना है कि हमारे पास किसानों की ऋण माफी संबंधी कोई भी लिखित आदेश नहीं दिया गया ऐसे में बैंकिंग असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है यदि समय से कर्ज माफी की स्थिति स्पष्ट कर दी जाती तो किसानों का वसूली के साथ साथ आगामी खाद बीज के लिए रास्ता साफ हो जाते किसानों का कहना है कि मध्य प्रदेश सरकार की 6 माह गुजरने के बाद भी कर्जमाफी संबंध में बैंकों के सामने अभी तक स्पष्ट कोई निर्देश न देने से बैंकों द्वारा कर्ज वसूली के लिए किसानों पर दबाव बनाया जा रहा है अभी तक मार्च 2018 की पूर्व हुए डिफाल्टर किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ आगे की किसान भगवान भरोसे इसी कारण अब वृहताकार सेवा सहकारी समिति अलीपुरा में किसानों से कर्ज चुकाने की अपील की जा रही है ताकि आगे आने वाले रवि व खरीफ की फसलों के लिए उन्हें सोसायटी ओं से खाद बीज मिल सके और डिफाल्टर होने के चक्कर में अधिकाधिक ब्याज से बचा जा सके स्थिति स्पष्ट न होने से बैंकों ने शुरू किया किसानों से कर्ज वसूली का काम कर्ज माफी के चक्कर में किसान बर्बाद हुए, अलीपुरा क्षेत्र की दो दर्जन गांव की किसानों का कहना है कि 30 जून के पूर्व संपूर्ण किसानों की कर्ज माफी स्पष्ट नहीं की जाती तो किसान सड़क पर उतर कर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे। वहीं इस संबंध में जब जनरल मैनेजर सुरेश रावत से बात की गई उनका कहना है कि 50 हजार से लेकर 2 लाख रुपए तक की डिफाल्टर किसानों की सूची तैयार कर ली गई और मार्च 2018 कि पहले जो कृषक डिफाल्टर हैं उनसे सोसायटी द्वारा कर्ज वसूली नहीं कर सकती। यदि ऐसा है तो मैं अभी पता करता हूं।