पत्रिका ने भी इस संबंध में वरिष्ठ चिकित्सक शिशु रोग विशेषज्ञ व सिविल सर्जन डॉ. आरएस त्रिपाठी से चर्चा की। डॉ. त्रिपाठी का कहना है दुनिया में अभी तक कोरोना वायरस से बचाव के लिए कोई वैक्सीन नहीं बनी है और न ही कोई उचित इलाज है। इससे हम जितनी सर्तकता से बच सकते हैं, यही हमारे लिए बचने का हथियार है।
उन्होंने कहा हम सबकी सुरक्षा के लिए लॉकडाउन का पालन हमें करना चाहिए, हमें परस्पर दूरी (सोशल डिस्टेंस) बनाकर रखना है, अफवाहों पर ध्यान न दें, उनसे बचकर रहें। बहुत आवश्यक न हो तो घर से ना निकले, यदि घर से बाहर निकल रहे हैं तो सैनिटाइजर साथ में रख ले, मास्क बांध कर रखें।
डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि मास्क को लेकर भी भ्रांतियां है, कौनसा मास्क यूज करें, कौन सा नहीं करें, यह भी जरूरी है। इस बीमारी के लिए एन-95 मास्क असरदार तो है लेकिन बहुत जरूरी नहीं है कि हम वही लें। आप साधारण मास्क का यूज कर सकते हैं, घर से बाहर निकलते समय मास्क को पहन कर ही निकलें। कोरोना वायरस हो या न हो, लेकिन मास्क अवश्य पहनना चाहिए। सभी मास्क कोरोना वायरस को रोक सकते हैं, इसलिए कोई भी मास्क पहन सकते हैं।
मास्क पहनने से पहले अपने हाथों को सेनिटाइजर कर लें, उसके बाद ही मास्क पहने, मास्क को हमेशा एक तरफ से ही पहनें, दोनों तरफ से मास्क पहनने से वायरस का खतरा रहता है, एक बार मास्क पहनने के बाद उपयोग खत्म होने पर उसको जला दें, दोबारा उस मास्क का यूज ना करें।
डॉ. आरएस त्रिपाठी ने कहा यदि आप कपड़े का मास्क यूज कर रहे हैं तो उसे अ’छे से धोने के बाद ही दोबारा पहने। हमें सावधान रहना है, ताकि हम अपने आप को, देश को, समाज को व परिवार को कोरोना वायरस जैसे संक्रमण से बचा सकते हैं। सुरक्षा में ही भलाई है, यह जंग तभी जीती जा सकती है। जब हम घर पर रहेंगे बाहर नहीं निकलेंगे। हमें परस्पर दूरी (सोशल डिस्टेंस) का पालन करेंगे।