आधी रात लगी कबाड़ की दुकान में आग, 4 दमकल ने 6 घंटे की मशक्त के बाद पाया काबू
छतरपुरPublished: Dec 10, 2019 08:37:21 pm
रात में 12 बजे बड़ी मात्रा में धुआं दिखा तो मोहल्ले वालों ने दी सूचनाछतरपुर और हरपालपुर से मंगवाना पड़े फायर बिग्रेड
नौगांव। बस स्टैंड के पीछे नीमन मोहल्ला में उस वक्त अफरा तफरी मच गई जब यहां के लोगों ने एक कबाड़ की दुकान में खिड़कियों और गेट से आग की लपटे निकलती हुई देखी। कबाड़ की दुकान में आग लगने की जानकारी तुरंत दुकानदार को दी गई और डायल 100 को भी सूचना दी गई। मौके पर आई चार दमकल की गाडिय़ों ने 6 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया लेकिन तब तक लाखों रूपए का सामान जलकर खाक हो चुका था।
देखते-देखते उठने लगीं ऊंची-ऊं ची लपटें
सोमवार की रात करीब 12 बजे बस स्टैंड के पीछे नीमन मोहल्ला के कुछ लोगों को धुंआ की बदबू आई। तो पहले कयास लगाए कि ठंड के चलते या तो किसी ने टायर जलाया या गत्ता जला दिए हैं। लेकिन कुछ समय बाद पूरे मोहल्ले सहित बस स्टैंड पर धुंआ ही धुंंआ नजर आने लगा। तब कबाड़ की दुकान के पीछे रहने वाले एक रैकवार परिवार की बच्ची ने आग की लपटों को देखा और अपने घर वालों को बताया। देखते ही देखते आग की ऊंची लपटें दिखाई देने लगीं। यह देखते ही मोहल्ला वासियों ने कबाड़ के दुकान के संचालक अनूप तिवारी को सूचना देते हुए नौगांव पुलिस को सूचना दी। मौके पर डायल-100 स्टाफ और उपनिरीक्षक अतुल झा पुलिसबल के साथ पहुंचे और इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी, इसके साथ ही जिले के अन्य स्थानों से दमकल की गाडिय़ों की मांग की। नौगांव की फायर बिग्रेड पहुंचते ही से आग बुझाने का काम शुरू किया। लेकिन लपटें इतनी तेज थी जिस ओर पानी डाला जाता था उसके दूसरी ओर से ओर विकराल रूप धारण कर बाहर निकल रही थीं।
4 दमकल ने पाया आग पर काबू
आग की सूचना लगते ही रात करीब डेढ़ बजे छतरपुर से दो और हरपालपुर से एक फायर बिग्रेड और नौगांव पहुंच गई। फिर चारों दमकल की गाडिय़ां मोहल्ला के युवाओं की मदद से आग बुझाने में लग गई। चार दमकल की गाडिय़ों ने लगभग सुबह 6 बजे आग की लपटों पर काबू तो पा लिया। लेकिन आग पूरी तरह बुझी नहीं, 6 घंटे बीत जाने के बाद दमकल की तीन गाडिय़ां अपने-अपने स्थान पर रवाना हो गई और नौगांव की दमकल की गाडिय़ां आग बुझाने में दूसरे मंगलवार को पूरे दिन आग बुझाने में लगी रही।
इनका कहना है
आग की घटना की जानकारी लगते ही मेरे द्वारा मौका मुआयना किया गया। नियमानुसार जो भी संभव मदद होगी, वह कबाड़ दुकान संचालक को दी जाएगी।
बीपी सिंह, तहसीलदार, नौगांव