शिकायतकर्ताओं के मुताबिक एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक के कर्मचारी मोहम्मद निजाम और मोहम्मद अमन ने पंकज पाटकर, मोहम्मद रशीद, निसार मंसूरी, सोहन रैकवार, सुनील विश्वकर्मा, आकाश विश्वकर्मा, दीपक अहिरवार सहित लगभग एक दर्जन लोगों को बैंक में खाता खुलवाने पर 5 लाख रुपए का बीमा किए जाने तथा हरपालपुर में बैंक की नई ब्रांच खोले जाने का झांसा देकर नवंबर माह में खाते खुलवाए थे। शिकायतकर्ताओं के मुताबिक दोनों कर्मचारियों ने खाताधारकों को धोखे में रखकर नई सिम एक्टिवेट कराई जो कि उन्हीं के पास हैं और इसी का फायदा उठाकर वे मजदूर वर्ग के खातों से लाखों का लेन-देन करते रहे। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पिछले दिनों कुछ खाताधारकों ने बैंक से स्टेटमेंट निकलवाया। इसके अलावा खाताधारकों को बैंक से मिले दस्तावेजों में खुला हुए एटीएम मिला तथा चैकबुक से कई चैक गायब मिले। शिकायतकर्ताओं के मुताबिक जब खाते खोले जा रहे थे तब एजेंट निजाम और अमन ने उनसे कुछ कागजों पर हस्ताक्षर भी करवाए थे। उक्त खातों में यह पैसा किसने ने भेजा और यह रकम किस लिए भेजी गई, इसकी जांच जरूरी है।
थाना हरपालपुर में शिकायत करते हुए बताया गया कि खाताधारक पंकज पाटकर के खाते से उनकी जानकारी के बिना 13 लाख 82 हजार निकाले गए हैं। इसी तरह मोहम्मद रशीद के खाते से 6.78 लाख, रविकरन राजपूत के खाते से 6.84 लाख, सोहन रैकवार के खाते से 6 हजार रुपए निकाले गए हैं। एक अन्य खाताधारक आकाश विश्वकर्मा के खाते में 34 हजार रुपए आए और वापस भी भेजे गए। इसके अलावा खाताधारक सुनील विश्वकर्मा और दीपक अहिरवार को अभी खाते का स्टेटमेंट नहीं मिला है, इसलिए यह पता नहीं चल सका कि उनके खातों से कितना लेन-देन हुआ है। हरपालपुर थाना प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह ने शिकायती आवेदन लेकर मामले की जांच के बाद दोषियों पर कार्यवाही का भरोसा दिया है।