ग्राम पंचायतों की स्वच्छता पर नहीं दिया जा रहा ध्यान, कचरा घरों में नहीं डल रहा कचरा
छतरपुरPublished: Jan 10, 2023 06:05:05 pm
कचरा घरों की नहीं कराई जा रही सफाई, मुख्यालय में बैठे अधिकारी भी नहीं दे रहे ध्यान


नैगुंवा गांव में मैन रोड पर कचरा घरों में कब्जा , नैगुंवा गांव में मैन रोड पर कचरा घरों में कब्जा
छतरपुर. जिले की ग्राम पंचायतों में स्वच्छता को लेकर घोर लापरवाही बरती जा रही है और इसको लेकर अधिकारी भी संजीदा नहीं हैं। जिससे हालात हैं कि सभी गांवों में दाखिल होने से पहले लोगों को कचरे के ढेर देखने को मिल रहे हैं। यहां पर अधिकारी भी आते हैं तो यहां पर सड़क किनारे कचरे के ढेर होने पर भी उसे नजरअंदाज कर रहे हैं।
शहर और गांवों को साफ स्वच्छ बनाने के लिए शासन स्तर से लाखों रुपए खर्च किए गए हैं। साथ ही समय-समय पर विशेष अभियान चलाकर शहरों और गांवोंं में सफाई कराने के लिए कहा जाता है। लेकिन इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्र के हाल में सुधार नहीं आ रहा है। हालात हैं कि जिले के सभी गांवों में बीते कुछ समय पहले कचरा घर बनवाए गए थे और लोगों से उनमें कचरा डालने के लिए अपील की थी। लेकिन कई स्थानों में कचरे से भरने के बाद वहां से कचरा नहीं उठाया गया है। जिससे लोग आसपास की कचरा फेकक रहे हैं। इसके साथ ही कई ग्राम पंचायत में साफ-सफाई नहीं होने से कई बस्तियों में जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे हैं। पंचायत द्वारा साफ-सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिले के नजदीकी पंचायत धमौरा, देवपुर, सौरा, ललौनी, ढड़ारी, देरी, कलापानी, धौरी, परापट्टी, बरा सहित मुख्य मार्गों के गांवों का भी यही हाल है। इन गांवों में कहीं पर कचरे के ढ़ेर लगे हैं तो कहीं पर कचरा घर में रेत डली और कहीं पर लोगों ने कब्जा कर लिया है। जिससे लोग इनमें कचरा नहीं डाल पा रहे हैं।
गांवों में जगह-जगह बिखरे कूड़े स्वच्छता अभियान को मुंह चिढ़ा रहे हैं। बस्ती में सफाई कर्मी नजर ही नहीं आते हैं। सफाई नहीं होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। स्थानीय लोगों का कहना है, कि ग्राम पंचायत सरपंच की अनदेखी के कारण गंदगी का अंबार लगा हुआ है। इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं नाले-नालियां भी जाम होने से गंदा पानी सड़क पर बहता रहता है। देरी गांव के महेश कुशवाहा, गोकुल अहिरवार आदि ग्रामीणों ने सरपंच, सचिव से नियमित साफ-सफाई कराए जाने के लिए कहा है। लेकिन पंचायत द्वारा सफाई नहीं कराई जा रही है।