scriptजिले के तीन ब्लॉकों में बढ़ेगा भू-जलस्तर, अटल भू जल योजना पर काम शुरु | Ground water level will increase in three blocks of the district | Patrika News

जिले के तीन ब्लॉकों में बढ़ेगा भू-जलस्तर, अटल भू जल योजना पर काम शुरु

locationछतरपुरPublished: Nov 23, 2021 05:16:41 pm

Submitted by:

Dharmendra Singh

संभाग के 9 में से 3 ब्लॉक छतरपुर जिले के छतरपुर, राजनगर और नौगांव ब्लॉक योजना में शामिलजिले की 242 पंचायतों में बनेंगी जल संरक्षण की अधोसंरचना, पहले चरण में 24 करोड़ होंगे खर्च

70 का प्लान तैयार, 86 पर चल रहा काम

70 का प्लान तैयार, 86 पर चल रहा काम

छतरपुर। जिले के छतरपुर, नौगांव एवं राजनगर क्षेत्र में अटल भूजल योजना के तहत 5 वर्षीय योजनांतर्गत जल संवर्धन एवं भूजल स्तर में सुधार की योजना पर काम शुरु किया गया है। पहले चरण में जिले की योजना के पायलट प्रोजेक्ट के तहत जिले की तीन ब्लॉक की 242 पंचायतों में काम शुरु किया गया है। जिसमें अब तक 70 पंचायतों का वाटर प्लान तैयार कर लिया गया है। वहीं, 86 पंचायतों का प्लान तैयार किया जा रहा है। बाकी पंचायतों का वाटर प्लान 31 दिसंबर तक तैयार करने की योजना पर काम किया जा रहा है। इस प्लान के तहत मनरेगा योजना के तहत वित्तीय वर्ष में 29 करोड़ रुपए खर्च कर जलोतों व भूजल संरक्षण का कार्य किया जाएगा।
70 का प्लान तैयार, 86 पर चल रहा काम
संभाग के 9 ब्लॉकों में अटल भूजल योजना के तहत कार्य किया जा रहा है, जिसमें छतरपुर जिले के तीन ब्लॉक में कार्य शुरु किया गया है। पहले चरण में छतरपुर ब्लॉक की 30, नौंगाव व राजनगर की 20-20 पंचायतों का वाटर प्लान तैयार किया गया है। इसके अलावा दूसरे चरण में छतरपुर की 31, राजनगर की 30 और नौगांव की 25 पंचायतों का वाटर प्लान तैयार करने का काम शुरु किया गया है। सर्वे के आधार पर पंचायत में जल संरक्षण के लिए अधोसंरचना निर्माण और पुराने तालाब व बाबडिय़ों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा। जनभागीदारी से ग्राम स्तरीय वाटर सिक्योरिटी प्लान तैयार किया गया है। योजनांतर्गत स्टॉफ डेम एवं बेरोज, चेकडेम एवं रीचार्ज सॉफ्ट, पर्कोलेशन टैंक, प्वाइंट रिचार्ज स्ट्रक्चर, डगवे, कंटूर ट्रेन्चैस, ऐतिहासिक तालाब एवं बाउण्ड्रियों का पुर्नजीवन सहित टेलीमेटी उपकरण, प्रयोगशाल उपकरण एवं डाटा सेंटर कम्प्यूटर, ट्रेनिंग प्रशिक्षण एवं कम्युनिकेशन से जुड़े कार्य किए जाएंगे।
गांव के लोगों को शामिल कर किया जाएगा संवर्धन
परियोजना क्यों और किसके लिए शुरू की गई और इस परियोजना के तहत क्या-क्या गतिविधियां की जाएंगी। इससे संबंधित पम्पलेट का ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार किया जा रहा। योजना से स्थानीय लोगों को जोड़ा जा रहा है। ताकि पानी के संरक्षण उनकी भी सहभागिता रहे। भूजल संसाधन विभाग नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करेगी, जिसमें किसान कल्याण एवं कृषि कार्य, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं उद्यानिकी विभाग भी प्रोत्साहन घटक के कार्य में सम्मिलित रहेंगे।
पांच साल में औसत बारिश में गिरावट
जल-जन जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक डॉ संजय सिंह बताते हैं, कि एक अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार बुंदेलखण्ड के 13 जिलों में औसत वर्षा से 40 फीसदी की गिरावट आई है। पिछले 5 सालों में तो यह गिरावट लगभग 60 फसदी तक दर्ज की गई है। यह क्षेत्र जल को लेकर तनाव वाले क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। अगर यही हाल रहा तो वर्ष 2030 तक बुंदेलखण्ड में जल दुर्लभ क्षेत्र के रूप में जाना जाएगा। ऐसे में यहां की 75 फीसदी आबादी, जिनकी प्राथमिक आजीविका कृषि पर निर्भर है, उन्हें अन्य शहरों में पलायन करना पड़ेगा।
ये है अटल भू जल योजना

देश में निरंतर घटते जा रहे भूजल (ग्राउंड वॉटर) की समस्या से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने अटल भूजल योजना शुरु की है। अटल भूजल योजना का मुख्य उद्देश्य भूजल की मात्रा को बढ़ाना और किसानों को खेती करने के लिए पर्याप्त मात्रा में जल भंडारण करना है। इस योजना के अंतर्गत देश के ऐसे क्षेत्रो पर फोकस किया गया है, जहाँ जल की समस्या से लोगो का बहुत ही बुरा हाल है।
इनका कहना है
जल सहेजने के काम पहले भी हुए हैं, लेकिन इस बार लोगों को जोड़कर जलसंरक्षण की पहल की जा रही है। लोग आगे भी आ रहे हैं। तीन ब्लॉक की 70 पंचायतों का वाटर प्लान तैयार हो गया है, 86 का काम चल रहा है। 31 दिंसबर तक जिले की चिंहित 242 पंचायतों का वाटर प्लान तैयार कर आगे की रणनीति पर काम किया जाएगा।
आशीष ताम्रकर, जिला समन्वयक

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