पूर्व सिविल सर्जन डॉ. आरएस त्रिपाठी कहते है कि देखिये हर आदमी का शरीर हर वेक्सीन के प्रति अलग व्यवहार कर सकता है। हो सकता है कि आपकी इम्युनिटी इतनी कमजोर हो कि आपके शरीर मे वेक्सीन के बाद भी एंटीबॉडी उतनी मात्रा में न बने जितनी कि जरूरत होती है। इसके अलावा कई बार मनोबल कम होने,सदमा लगने से भी दवाएं शरीर पर असर नही करती हैं। दोनों डोज लगने के बाद भी मौत होने का मतलब यह नही है कि वैक्सीन इफेक्टिव नही है। इस तरह के मामले अपवाद हैं। हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी वेक्सीन 100 फीसदी असरकारी नही होती है। इसका हर शरीर पर अलग प्रभाव होता है। यह भी ध्यान देना चाहिए कि लाखों लोगों को वेक्सीन के कारण ही कोरोना से बचने में सहायता मिल रही है। हमे एक बात गांठ बांध लेनी चाहिए कि वैक्सीन के बाद भी हमें लापरवाह नही होना है। मास्क लगाना,शारीरिक दूरी रखना,हाथ धोना,अच्छा खानपान और नियमित व्यायाम जरूरी है।