पुलिस अधीक्षक ने किया अवलोकन
शनिवार को पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने श्री जटाशंकर धाम पहुंचकर महाशिवरात्रि पर्व की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान अधीनस्थ पुलिस अमले को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। साथ ही ट्रस्ट पदाधिकारियों और पुलिस अमले के साथ आवश्यक इंतजामों की समीक्षा भी की। इस दौरान एडिशनल एसपी विक्रम सिंह, एसडीओपी शशांक जैन ने कार्ययोजना भी बताई। इसके पहले गुरुवार को एसडीएम राहुल सिलाडिय़ा, एसडीओपी शशांक जैन ने भी यहां पहुंच कर पर्व के दौरान जुटने वाली भीड़ के मद्देनजर की जाने वाली विशेष व्यवस्थाओं पर विस्तार से चर्चा की थी।
शनिवार को पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने श्री जटाशंकर धाम पहुंचकर महाशिवरात्रि पर्व की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान अधीनस्थ पुलिस अमले को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। साथ ही ट्रस्ट पदाधिकारियों और पुलिस अमले के साथ आवश्यक इंतजामों की समीक्षा भी की। इस दौरान एडिशनल एसपी विक्रम सिंह, एसडीओपी शशांक जैन ने कार्ययोजना भी बताई। इसके पहले गुरुवार को एसडीएम राहुल सिलाडिय़ा, एसडीओपी शशांक जैन ने भी यहां पहुंच कर पर्व के दौरान जुटने वाली भीड़ के मद्देनजर की जाने वाली विशेष व्यवस्थाओं पर विस्तार से चर्चा की थी।
व्यवस्थाओं में होगा बदलाव
न्यास अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने बताया कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर तरीके से दर्शन करवाने के लिए प्रशासन द्वारा व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर इसके तहत इस बार दर्शन व्यवस्था में कुछ बदलाव भी किए जाएंगे। जिसके तहत चौक परिसर की बैरीकेटिंग से मंदिर परिसर तक जाने बाला मार्ग जिग जैग तरीके का होगा। जाने व आने वाला मार्ग पूरी तरह से वन-वे रहेगा। मुख्य मंदिर के समीप स्थित तीन कुंडों का जल केवल जलाभिषेक के लिए ही उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा भी इंतजाम किए जा रहे हैं। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से व्यापक निगरानी होगी। पुलिस सहायता केंद्र, कंट्रोल रूम, चिकित्सा सहायता केंद्र भी बनाए जाएंगे। इसके अलावा चलित शौचालय, पेयजल टैंकरों आदि के भी इंतजाम किए जा रहे हैं।
न्यास अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने बताया कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर तरीके से दर्शन करवाने के लिए प्रशासन द्वारा व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर इसके तहत इस बार दर्शन व्यवस्था में कुछ बदलाव भी किए जाएंगे। जिसके तहत चौक परिसर की बैरीकेटिंग से मंदिर परिसर तक जाने बाला मार्ग जिग जैग तरीके का होगा। जाने व आने वाला मार्ग पूरी तरह से वन-वे रहेगा। मुख्य मंदिर के समीप स्थित तीन कुंडों का जल केवल जलाभिषेक के लिए ही उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा भी इंतजाम किए जा रहे हैं। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से व्यापक निगरानी होगी। पुलिस सहायता केंद्र, कंट्रोल रूम, चिकित्सा सहायता केंद्र भी बनाए जाएंगे। इसके अलावा चलित शौचालय, पेयजल टैंकरों आदि के भी इंतजाम किए जा रहे हैं।