देश में चिकित्सा के क्षेत्र में एम्स (आल इंडिया इन्स्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंस) का सबसे अहम स्थान है। एम्स नई दिल्ली के उपरांत भुवनेश्वर उड़ीसा राज्य में, रायपुर छत्तीसगढ़ राज्य में ,भोपाल एम्स एमपी राज्य में, जोधपुर राजस्थान राज्य में, पटना बिहार राज्य में, ऋषिकेष उत्तराखंण्ड राज्य में स्थापित हुए हैं। केंद्र सरकार की और भी स्थानों पर एम्स स्थापित करने की योजना है। इसमें बुंदेलखंड को भी शामिल किया जा सकता है। खजुराहो से दिल्ली, मुम्बई के लिये विमान सेवा भी संचालित है। यदि खजुराहो के पास एम्स की स्थापना की जाती है, तो इसका लाभ उत्तर प्रदेश के साथ मध्य प्रदेश के एक दर्जन से ज्यादा जिलों के लोगों को मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने पिछले कार्यकार्य में टूरिज्म हॉस्पिटल योजना की बात कही थी। जिसमें एयर केनेटिविटी वाले पर्यटन स्थल पर बड़े अस्पताल स्थापित करने की योजना है। ताकि न केवल देश बल्कि विदेश के मरीज भी इलाज के लिए आ सके। इससे देश का पर्यटन बढ़ेगा और विदेशी नागरिक जो भारत में सस्ता इलाज कराने आते हैं, उन्हें भी आसानी होगी। इसी योजना को ध्यान में रखते हुए खजुराहो के नाम की पहल शुरु हुई है।
मघ्यप्रदेश के सात जिलों में से दतिया और सागर में मेडिकल कॉलेज हैं, इसी प्रकार उत्तर प्रदेश में झांसी में मेडिकल कॉलेज हैं। लेकिन मेडिकल कॉलेज में आधुनिक स्वास्थ सेवाएं एम्स स्तर की न होने से क्षेत्र में गंभीर बीमारी होने पर बेहतर इलाज के लिए कानपुर, नागपुर जबलपुर अथवा ग्वालियर जाना पड़ता है। आर्थिक रुप से पिछड़ा होने के कारण परिजन अपने मरीज को कानपुर ,नागपुर, जबलपुर अथवा ग्वालियर ले जाने में सक्षम नहीं होते, जिस कारण समुचित इलाज नहीं मिल पाता।
वर्ष 2020 के सितंबर माह लोकसभा सत्र के शून्यकाल में टीकगमढ़ सांसद डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने एम्स की तर्ज पर छतरपुर जिले में आधुनिक हॉस्पिटल का मुद्दा उठाया था। उन्होंने छतरपुर में मेडिकल फेसिलिटी बढ़ाने की योजना को प्राथमिकता के तीसरे चरण से दूसरे या पहले चरण में रखने की बात संसद में उठाई थी। इस मुद्दे पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी सहमति जताते हुए केन्द्र के मंत्रियों व जिम्मेदार पदाधिकारियों से इस बारे में चर्चा की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने वर्तमान कार्यकाल में ही चार संसदीय क्षेत्रों के बीच एम्स की तर्ज पर हॉस्पिटल खोलने की बात कही है। पीएम की इस योजना के तहत ही छतरपुर जिले में एम्स की तर्ज पर हॉस्पिटल खोलने की पहल शुरु हुई है।