अंतरराष्ट्रीय खजुराहो फिल्म महोत्सव में मंच पर एंकर के द्वारा फेस्टिवल में लगातार लोगों को जानकारी दी गई कि इस बार प्रदेश के मुख्यमंत्री वर्चुअल शुभारंभ करेंगे, वह केवल झूठ साबित हुआ। ठीक इसी प्रकार उन्होंने बताया कि फेस्टिवल में इस बार लोगों को हो रही असुविधा को देखते हुए 20 मोबाइल बैन (ओवी वैन) और 12 टपरा टॉकीज (अस्थाई सिनेमा घर) का संचालन किया जा रहा है। जिससे क्षेत्र के अलग-अलग क्षेत्रों में संचालित की जा रही हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को फिल्म इंडस्ट्री और बुंदेली फिल्मों के साथ जोड़ा जा सके, लेकिन हकीकत में फिल्म फेस्टिवल में इस बार 20 मोबाइल वैन के स्थान पर १० संचालित की जा रही हैंं और 12 टपरा टॉकीज में से मात्र ७ संचालित की जा रही हैं। वहीं मोवाइल वैन चालक से बात करने पर बताया गया कि यह वैन मात्र प्रचार प्रसार के लिए हैं। इनके माध्यम से कार्यक्रमा का लाइव प्रशारण नहीं दिखया जा रहा है।
जिले के साथ साथ बुंदेलखंड में प्रतिभाओं की कमी नहीं हैं। कई बुंदेलखंडी कलाकार फिल्मों और छोटे पर्दे में काम कर रहे हैं। वहीं पिछले ६ वर्षों से लगातार हो रहे फिल्म फैस्विल के माध्यम से अभ्ीा तक किसी भी बुंदेली कलाकार या बुंदेली फिल्म जगत को उचित मंद नहीं मिल सका है। हर साल करोडों रुपए खर्च दिखाकर ७ दिवसीय कार्यक्रम के बाद आयोजक मुम्बई लौट जाते हैं और फिर अगले वर्ष की कार्यक्रम के दौरान नजर आते हैं। बुंदेली फिल्म निमार्ता, कलाकारों ने बताया कि अगर उन्हैं सही मंच मिले तो वह भी अपने बुंदेलखंड का नाम अन्य क्षेत्रीय फिल्म जगत की तरह लोगों तक पहुंचा सकें।
मंच से २० मोवाइल वैन और १२ टपरा टाकीज संचालित होने और उनके माध्यम से लोगों तक कार्यक्रम पहुंचाया जाने की बात कही गई होगी। लेकिन अभी १० मोवाइल वैन और ११ टपरा टाकीज संचालित की जा रही है।
राजा बुंदेला, आयोजक, खजुराहो इंटरनेशनल फिल्म फैस्विल