कक्षा 6, 9 और 11वीं में मिली राशि को वह कोचिंग और पुस्तकों पर खर्च करके 11वीं कक्षा तक उत्तीर्ण हुई है। तो वहीं भावना ने भी इस योजना के क्रियान्वयन पर बेहद खुश होकर बताया कि उसे इस योजना से पढऩे में सहायता मिल रही है। वहीं, 21 वर्ष की होने पर उसे अलग से 1 लाख रुपए भी मिलेंगे,जिससे शादी करने में माता पिता को मदद मिलेगी। उसने आशा जताई कि बालिकाओं की समृद्धि के लिए ऐसी योजनाएं चलती रहे। इस योजना के शुरू करने पर उसने एवं उसके माता-पिता ने मुख्यमंत्री का आभर व्यक्त किया है। वार्ड की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आरती द्विवेदी के समर्पित सहयोग से अभी वार्ड की 108 बेटियों को लाडली लक्ष्मी बनने का गौरव मिला है।
छतरपुर जिले की 563 बेटियों के खाते में लाडली लक्ष्मी योजना की छात्रवृति 14 लाख 82 हजार की राशि का अंतरण तीन दिन पहले किया गया है। अपर कलेक्टर आरडीएस अग्निवंशी ने बताया कि जिले में अभी तक 95320 बेटियों का इस योजना में पंजीकरण हुआ है, जिससे सभी लाभान्वित हो रही हैं और इन्हें आगे बढऩे में मदद मिल रही है।