अधिग्रहण के बाद बनेगी डीपीआर
सागर से उत्तरप्रदेश के कबरई तक के लिए सागर लखनऊ इकोनॉमिक कॉरिडोर के नाम से फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाना है। इस फोरलेन से पूरे बुंदेलखंड को फायदा होगा। 232.7 किलोमीटर लंबा फोर लेन बनने के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरु हो गया है। इसके साथ ही सर्वे का काम गुडग़ांव की यूआरएस स्कोर्ट बिलसन नामक कंपनी को दिया गया है। सर्वे के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार होगी। इसके बाद पैररल स्वाइल इनवेस्टिगेशन, एलाइनमेंट समेत तकनीकि गतिविधियां कर फायनल नक्शा तैयार किया जाएगा। जिसके बाद फोरलेन निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया की जाएगी।
रास्ते में पडऩे वाले शहरों में बनेगा बायपास
232.7 किलोमीटर लंबे इस फोर लेन में बड़े कस्बों के यातायात को ध्यान में रखा गया है। इसमें सागर से निकलते हुए बंडा, शाहगढ़, बड़ामलहरा, हीरापुर, गुलगंज, छतरपुर, गढ़ीमलहरा, ऊजरा, श्रीनगर और महोबा में बायपास बनेगा। इसमें संबंधित एसडीएम को निर्देशित भी किया गया है कि वह सर्वे टीम को मांग अनुसार रिकार्ड भी उपलब्ध कराए। वर्तमान में कबरई से कानपुर हाइवे और कानपुर से लखनऊ के लिए फोरलेन पहले से बना हुआ है। 232.7 किलोमीटर लंबा सागर से कबरई तक फोरलेन बन जाने के बाद सागर और छतरपुर के व्यापारियों के लिए लखनऊ और कानपुर में परेशानी नहीं होगी।
शहरवासियों को ट्रैफिक जाम और हादसों से निजात दिलाने के लिए भारी वाहनों का शहर में प्रवेश रोकने के लिए शहरवासियों की रिंगरोड की मांग पूरी होने जा रही है। शहर के चारों ओर रिंग रोड बनाने का रास्ता साफ हो गया। अभी तक रिंग रोड के आधे हिस्से का निर्माण पूरा हुआ है। जिसमें झांसी-खुजराहो फोरलेन के तहत नौगांव रोड से महोबा रोड होते हुए पन्ना रोड तक का निर्माण चल किया गया है। वहीं, सागर से झांसी फोरलेन को जोडऩे के लिए फोरलेन रिंग की मंजूरी दे दी गई है। इसके साथ ही एनएचएआई को फोरलेन रिंग के सर्वे और डीपीआर बनाने के निर्देश भी केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा दिए गए हैं।
महोबा में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरु हो गई है। फरवरी में छतरपुर जिले में भी प्रक्रिया शुरु हो जाएगी। फोरलेन के लिए तकनीकि सर्वे भी किया जाएगा। पीएल चौधरी, प्रोजेक्ट मैनेजर