छतरपुरPublished: Oct 22, 2019 12:31:22 am
हामिद खान
रामलीला का मंचन
लक्ष्मण को लगी शक्ति, हनुमान लाए संजीवनी तो बची जान
हरपालपुर. आदर्श रामलीला समिति के तत्वाधान में रामलीला मैदान पर चल रही रामलीला में रविवार को लक्ष्मण शक्ति व मेघनाद-कुम्भकर्ण वध का मंचन किया गया। इस दौरान राम लीला में दशकों की भारी भीड़ जुटी। रावण अपने पुत्र मेघनाद को युद्ध के लिए भेजता हैं। मेघनाद और लक्ष्मण के बीच भीषण युद्ध होता हैं। मेघनाद ने लक्ष्मण पर ब्रह्मशक्ति बाण चला दिया , जिसके प्रहार से लक्ष्मण मुर्छित होकर गिर पड़े।
श्रीराम की सेना में हाहाकार मच जाता हैं। जिसकी सूचना श्री राम तक पहुंची, तो प्रभु राम दु:खी हो जाते हैं। भाई को मुर्छित देख प्रभु राम की आंखों से आंसू की धारा बहने लगी। तब विभीषण बताते है, लंका में सुषेन नामक वैध रहते हैं, आप उन्हें बुलवा लें।
पवन पुत्र हनुमान लंका से सुषेन वैध को लेकर आए, तो वे संजीवनी बूटी लाने को कहते हैं। जो सूर्योदय से पहले ले आए तो लक्ष्मण की जान बच सकती हैं। श्रीराम हनुमान को आज्ञा देते हैं और कहते है कि यह असंभव कार्य तुम ही कर सकते हो। फिर हनुमान कालनेमि नामक राक्षस का वध कर संजीवनी बूटी का पूरा पर्वत लेकर आ जाते हैं। वैधराज सुषेन ने जब बूटी पिलाई को लक्ष्मण की मूर्छा समाप्त हो जाती हैं। इसके बाद लक्ष्मण युद्ध मे मेघनाद का वध कर देते हैं। मेघनाद की मृत्यु के पश्चात कुम्भकर्ण युद्ध करने आता हैं, प्रभू श्री राम उसका भी वध कर देते हैं।
स्थानीय आदर्श रामलीला समिति अध्यक्ष सुरेश मदान ,उपाध्यक्ष नरेश अग्रवाल,प्रदीप नगरिया ने बतलाया कि रावण वध, श्रीराम का राज्याभिषेक के साथ मंगलवार को रामलीला का समापन होगा।