एक सप्ताह पहले शुरु हो गया बकाया भुगतान जमा होना
छतरपुर नगर पालिका से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अब तक सिर्फ 4 दिनों में ही 15 लाख 6 हजार रूपए का लंबित भुगतान नगर पालिका को प्राप्त हो चुका है। इस भुगतान में दुकान का किराया, हाउस टैक्स और जल कर शामिल है। लगभग 99 नेताओं ने छतरपुर नगर पालिका के विभिन्न वार्डों से ताल ठोकने के लिए अपने नोड्यूज प्रमाण पत्र प्राप्त किए हैं। इन नेताओं के द्वारा नोड्यूज लेने के पहले अपने कर्ज अदा किए जा रहे हैं। कुछ ऐसा ही असर बिजली विभाग में भी देखने को मिला। यहां 4 दिन में 2 लाख 15 हजार 426 रूपए का पुराना भुगतान विभाग को प्राप्त हो गया है। यहां भी वही लोग भुगतान जमा करने पहुंच रहे हैं जो बिजली का बकाया देने में आनाकानी कर रहे थे।
छतरपुर नगर पालिका से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अब तक सिर्फ 4 दिनों में ही 15 लाख 6 हजार रूपए का लंबित भुगतान नगर पालिका को प्राप्त हो चुका है। इस भुगतान में दुकान का किराया, हाउस टैक्स और जल कर शामिल है। लगभग 99 नेताओं ने छतरपुर नगर पालिका के विभिन्न वार्डों से ताल ठोकने के लिए अपने नोड्यूज प्रमाण पत्र प्राप्त किए हैं। इन नेताओं के द्वारा नोड्यूज लेने के पहले अपने कर्ज अदा किए जा रहे हैं। कुछ ऐसा ही असर बिजली विभाग में भी देखने को मिला। यहां 4 दिन में 2 लाख 15 हजार 426 रूपए का पुराना भुगतान विभाग को प्राप्त हो गया है। यहां भी वही लोग भुगतान जमा करने पहुंच रहे हैं जो बिजली का बकाया देने में आनाकानी कर रहे थे।
अभी तो शुरूआत है, शासन को करोड़ों मिलेंगे
अभी नगरीय निकाय चुनाव में नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू भी नहीं हुई है। इसके पहले ही नेताओं के द्वारा नोड्यूज लेने के लिए पुराने भुगतान चुकाए जा रहे हैं। यह प्रक्रिया 11 जून से 18 जून तक चलेगी। उम्मीद है कि इन 7 दिनों में जिले भर के नगर निकायों में करोड़ों रूपए का लंबित भुगतान वापिस लौटेगा। छतरपुर शहर में ही 40 वार्ड हैं जहां से लगभग 300 प्रत्याशी मैदान में उतरेंगे। इसी तरह जिले में 15 नगर निकाय हैं। इन निकायों के वार्डों से चुनाव लडऩे के लिए लगभग 3 हजार से ज्यादा नेता मैदान में उतर सकते हैं। इनके द्वारा बिजली और संपत्ति कर भी चुकाया जाएगा जिससे शासन को अपना बकाया मिल सकेगा।
अभी नगरीय निकाय चुनाव में नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू भी नहीं हुई है। इसके पहले ही नेताओं के द्वारा नोड्यूज लेने के लिए पुराने भुगतान चुकाए जा रहे हैं। यह प्रक्रिया 11 जून से 18 जून तक चलेगी। उम्मीद है कि इन 7 दिनों में जिले भर के नगर निकायों में करोड़ों रूपए का लंबित भुगतान वापिस लौटेगा। छतरपुर शहर में ही 40 वार्ड हैं जहां से लगभग 300 प्रत्याशी मैदान में उतरेंगे। इसी तरह जिले में 15 नगर निकाय हैं। इन निकायों के वार्डों से चुनाव लडऩे के लिए लगभग 3 हजार से ज्यादा नेता मैदान में उतर सकते हैं। इनके द्वारा बिजली और संपत्ति कर भी चुकाया जाएगा जिससे शासन को अपना बकाया मिल सकेगा।
हिंसा रोकने प्रशासन ने जमा करा लिए हथियार
छतरपुर जिले के अनेक संवेदनशील ग्रामों में चुनावी हिंसा का इतिहास रहा है इसलिए जिला प्रशासन इन चुनावों में हिंसा और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। अब तक जिले के लाईसेंसधारी लगभग साढे 6 हजार हथियार थानों में जमा करा लिए गए हैं। इसके साथ ही लगभग 40 लोगों को अब तक बाउण्ड ओवर किया जा चुका है। शांति भंग करने के आरोप में भी अब तक दो लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। चुनावी तारीखों में 28 मई से लेकर 5 जून तक 11720 रूपए की अवैध शराब भी पकड़ी जा चुकी है।
छतरपुर जिले के अनेक संवेदनशील ग्रामों में चुनावी हिंसा का इतिहास रहा है इसलिए जिला प्रशासन इन चुनावों में हिंसा और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। अब तक जिले के लाईसेंसधारी लगभग साढे 6 हजार हथियार थानों में जमा करा लिए गए हैं। इसके साथ ही लगभग 40 लोगों को अब तक बाउण्ड ओवर किया जा चुका है। शांति भंग करने के आरोप में भी अब तक दो लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। चुनावी तारीखों में 28 मई से लेकर 5 जून तक 11720 रूपए की अवैध शराब भी पकड़ी जा चुकी है।