ग्रामीण क्षेत्रों में किराना दुकानों पर खत्म होने लगी सामग्रियां, गहराने लगा
संकट
छतरपुरPublished: Apr 03, 2020 07:16:53 pm
दुकानदारों की खरीदी नहीं हो पाने से लोगों को उपलब्ध कराना बंद की जरूरी सामग्री
ग्रामीण क्षेत्रों में किराना दुकानों पर खत्म होने लगी सामग्रियां, गहराने लगा संकट
छतरपुर. जिले में लगातार 10 दिनों से लॉकडाउन होने से बंद परिवहन, बाजार व्यवस्था ने अब ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के यहां मुसीबतें खड़ी करना शुरू कर दी हैं। शहर में तो जैसे-तैसे समाग्रियों की व्यवस्था हो रही हैं, लेकिन गांव में दुकानदारों के पास स्टाक खत्म होने से कई दुकानें बंद हो गई हैं तो कुछ पर जरूरी सामग्रियां ग्रामीणों को उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। जो इन दिनों उनकी परेशानी बनी हुई हैं।
लॉकडाउन के दौरान पत्रिका ने जिले के अलग-अलग ब्लॉकों के गांवों के लोगों से संपर्क कर जब स्थिति का जायजा लिया तो परेशानी सामने आई। हालांकि, इस वजह से लोगों के जनजीवन पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा हैं। गांव में संचालित किराना दुकानों पर सीमित ही सामग्री विक्रय के लिए होती हैं, जिससे गांव के लोग खरीदी करते हैं। हर सप्ताह दुकानदार शहर खरीदी करने जाता हैं। जबकि लॉकडाउन के समय यह खरीदी नहीं हो पा रही हैं। जिन दुकानदारों ने लॉकडाउन के पहले खरीदी कर ली थीं, उन्होंने शुक्रवार तक काफी सामग्री ग्रामीणों को उपलब्ध करा दी हैं, लेकिन अधिकांश दुकानों में अब दैनिक उपयोग में आने वाली सामग्रियों को टोटा हो गया हैं। जिससे ग्रामीण अंचलों में यह परेशानी बन गई हैं।
हर ब्लॉक के गांवों में बनी स्थिति
जिले के लवकुशनगर, चंदला, गौरिहार, नौगांव, हरपालपुर, राजनगर, खजुराहो, सटई, बिजावर, बक्स्वाहा, बड़ामलहरा, घुवारा, नौगांव क्षेत्र के सैकड़ों गांव में इन दिन यह परेशानी बनी हुई हैं। दस दिन के लॉक डाउन के दौरान गांव की किराना दुकानों पर सामग्री उपलब्ध नहीं होने के कारण ग्रामीण परेशान हैं। इकारा गांव के सरमन सिंह ने बताया कि गांव की किराना दुकानों पर जरूरी सामग्री उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। दुकानदार के खरीदी नहीं कर पाने के कारण यह स्थिति बन रही हैं।
गांव में भी पहुंचाई जाए थोक ऑनलाइन व्यवस्था
गांव के लोगों को भी किराना सामग्री मिलती रहे, इसके लिए जिले के थोक किराना व्यापारी गांव के किराना दुकानों पर फोन पर मिले ऑर्डर के अनुसार सामग्री पहुंचा सकते हैं। ऐसी व्यवस्था होने पर गांव में भी किराना सामग्री की कमी नहीं होगी और लोगों को ऐसे समय में मजबूरी में यहां-वहां नहीं भटकना होगा। गांव के किराना दुकानदार फोन पर ही व्यापारी से एक साथ सामग्री क्रय कर सकते है। जिसका भाड़ा जोड़कर थोक व्यापारी द्वारा सामग्री भेजी जा सकती हैं।