छतरपुरPublished: Oct 13, 2022 06:07:36 pm
Shailendra Sharma
- चुनी हुई महिला प्रतिनिधि के बजाए उनके परिजन चला रहे पंचायतें
- पंचायती राज में महिलाओं की 50 फीसदी हिस्सेदारी, लेकिन भूमिका घर तक समिति
दिलीप अग्रवाल
छतरपुर/बड़ामलहरा. महिला सशक्तिकरण को बल देने के उद्देश्य से सरकार ने महिलाओं को 50 फीसदी का आरक्षण दिया है। यही कारण है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 50 फीसदी से अधिक महिला जनप्रतिनिधि चुनी गई हैं। लेकिन हालात ऐसे हैं कि महिला जनप्रतिनिधि महज देखने-सुनने को ही पद पर हैं जबकि उनके परिजन अनाधिकृत रूप से महिला जनप्रतिनिधियों के पद का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे में महिला सशक्तिकरण कोरी कल्पना मात्र ही साबित हो रहा है। ऐसा ही मामला बकस्वाहा विकासखंड की ग्राम पंचायत बाजना में सामने आया, जहां भागवती शुक्ला सरपंच पद पर चुनी गई हैं परंतु उनके पति मुन्ना शुक्ला अपनी पत्नी के पद का उपयोग करते हैं।