जिला स्तरीय समिति ने 14 साल बाद की आबादी, संसाधन गतिशीलता, असंगत एवं अकार्यक्षम भूमि का उपयोग, जल स्त्रोतों का विकास एवं संरक्षण, वर्तमान संदर्भ में यातायात के प्रस्ताव, पर्यावरण संरक्षण एवं प्रबंधन, नगरों का बहुआयामी केन्द्र के रूप में विकास तथा पूर्व विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में अब तक आई समस्या एवं उनके निराकरण को ध्यान में रखते हुए मास्टर प्लान का प्रारुप तैयार किया है।
जिला स्तरीय समिति में छतरपुर शहर के कलेक्टर बंगला से संकट मोचन पहाड़ी की चैड़ाई 35 मीटर, अस्पताल चैराहे से राजमहल तक 18 मीटर, राजमहल से थाना तक 12 मीटर तथा थाना से गांधी चौक कोतवाली तक 12 मीटर करने के प्रस्ताव पर सहमति बनी है। इसी तरह बस स्टैण्ड से उप डाकघर, उप डाकघर से गांधी चौक, गांधी चैक से गोवर्धन टाकीज तथा गोवर्धन टाकीज से संकट मोचन मंदिर तक प्रस्तावित मार्ग की चैड़ाई 18-18 मीटर करने पर सहमति दी गई। इसी तरह वहीं सरानी मार्ग गांधी चौक से वर्तमान गल्ला मण्डी तक 12 मीटर, गल्ला मण्डी से औद्योगिक क्षेत्र बैलगाड़ी प्रोजेक्ट तक 18 मीटर, किशोर सागर मार्ग स्थित हनुमान मंदिर से राजमहल तक और पोस्ट ऑफिस राजमहल तक 18-18 मीटर, खटकयाना मार्ग को 12 मीटर, छत्रसाल चौक से न्यायालय तक 18 मीटर, तहसील कार्यालय से जेल चौराहे तक 18 मीटर तथा महाराजा कॉलेज मार्ग की चौड़ाई 30 मीटर प्रस्तावित करने पर सहमति दी गई।