मंडी में किसानों के साथ हो रही धोखाधड़ी और मांगों को लेकर किसानों को सौंपा
ज्ञापन
छतरपुरPublished: Jan 17, 2019 07:59:28 pm
मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, कमिश्नर व कलेक्टर के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
मंडी में किसानों के साथ हो रही धोखाधड़ी और मांगों को लेकर किसानों को सौंपा ज्ञापन
अंशुल असाटी/ बकस्वाहा। बकस्वाहा मंडी में उड़द की खरीद के लिए दो केंद्र बनाए गए हैं, जो बकस्वाहा, बम्होरी इन दोनों केंद्रों में किसानों के साथ धोखाधड़ी व अनियमितताओं की जांच कर किसानों द्वारा विक्रय की उड़द की सही तोल व फीडिंग रसीद प्रदान करने व दोषियों पर कार्रवाई के प्रकरण दर्ज करने के संबंध में किसानों ने एकजुट होकर मनीष जैन के नेतृत्व में मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, कमिश्नर व कलेक्टर के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में पंजीकृत किसानों ने बकस्वाहा बम्होरी केंद्रों के माध्यम से उड़द की खरीदी की गई, जिस की फीडिंग रसीद किसानों को प्रदान नहीं की गई। सभी किसानों के बयान दर्ज करके जांच की जाए। किसानों ने दोनों केंद्रों में की जा रही उड़द की खरीदी में प्रति कुंटल 2 किलो से 5 किलो तक की कटौती की जाने की शिकायत की। जो मॉल ग्रेडर से छनबाकर उड़द को जमा किया गया था इतनी मात्रा की राशि खातों में जमा कराई जाए व दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए खरीदी केंद्रों में किसानों को उड़द की मॉल तुलवाने के लिए बारदाने के लिए तीन-चार दिन परेशान होना पड़ा इसमें लिप्त दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाए, किसानों को पंजीयन सत्यापन के आधार पर कितनी फसल जमा करनी है इसके लिए जानकारी वाला कोई उपलब्ध नहीं रहा और किसानों को इधर-उधर भटकना पड़ा, इसकी जांच करके कार्रवाई की जाए। इन सभी मांगों को किसानों ने एकजुट होकर बकस्वाहा व बम्होरी क्षेत्र के किसानों के सही कथन आधार पर उड़द की संपूर्ण शासन द्वारा स्वीकृत मूल्य प्रदान किया जाए व रसीद प्राप्त नहीं हुई, उसे प्रदान कराई जाए। इन सभी अनियमितताओं व भ्रष्टाचार में लिप्त दोषियों के साथ कठोर कार्रवाई व किसानों के साथ भविष्य में धोखाधड़ी व भ्रष्टाचार अनियमितताओं पर रोक लगाई जाए, इन सभी मांगों को किसानों द्वारा चेतावनी दी गई है कि 3 दिन के अंदर मांगों का निराकरण ना होने पर हम सभी भूख हड़ताल व आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। इस दौरान रघुवीर सिंह, करन, लाल, छोटेलाल, बलराम सिंह, पंचम सिंह, सुदामा साहू सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद रहे।