स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक छतरपुर जिले में 5 अगस्त 2008 को आखिरी कोरोना पॉजिटिव मिला था। फिलहाल पिछले डेढ़ महीने से कोरोना से संक्रमित एक भी मरीज सामने नहीं आ रहा। जिले में फिलहाल कोई एक्टिव केस नहीं है। ऐसा नहीं है कि कोरोना मरीजों की जांच की रफ््तार धीमी पड़ी है बल्कि प्रतिदिन 500 से 700 लोगों की कोरोना जांचें भी कराई जा रही हैं फिर भी कोई केस सामने नहीं आ रहा है।
अन्य बीमारियां बढ़ीं, कोरोना से राहत
कोरोना कंट्रोल रूम ने बताया कि प्रतिदिन जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में आने वाले सर्दी, जुकाम और बुखार के संदेहास्पद मरीजों की कोरोना सेम्पलिंग की जा रही है। जिले में 500 से 700 सेम्पल प्रतिदिन लिए जाते हैं। शुक्रवार को भी 540 आरटीपीसीआर और 302 रेपिड किट की जांचे सामने आईं। इन 850 जांचों में भी कोई पॉजिटिव नहीं मिला। स्वास्थ्य विभाग मरीजों पर नजर बनाए हुए है। हालांकि इस दौरान जिले भर में मलेरिया और अन्य वायरल बीमारियों के मरीज तेजी से बढ़े हैं जिसके कारण अस्पतालों में बिस्तर भरे हुए हैं।
कोरोना कंट्रोल रूम ने बताया कि प्रतिदिन जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में आने वाले सर्दी, जुकाम और बुखार के संदेहास्पद मरीजों की कोरोना सेम्पलिंग की जा रही है। जिले में 500 से 700 सेम्पल प्रतिदिन लिए जाते हैं। शुक्रवार को भी 540 आरटीपीसीआर और 302 रेपिड किट की जांचे सामने आईं। इन 850 जांचों में भी कोई पॉजिटिव नहीं मिला। स्वास्थ्य विभाग मरीजों पर नजर बनाए हुए है। हालांकि इस दौरान जिले भर में मलेरिया और अन्य वायरल बीमारियों के मरीज तेजी से बढ़े हैं जिसके कारण अस्पतालों में बिस्तर भरे हुए हैं।