प्रत्याशी का नाम : अरविंद पटैरिया
पार्टी : भाजपा
किस कारण मिला टिकट : संगठन में मजबूत पकड़, युवा चेहरा।
टिकट मिलते ही क्या किया : खेलग्राम स्थित निवास पर पहुंचे लोगों से मिले, बधाईयां स्वीकारीं।
क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या : जल संकट, बेरोजगारी, पलायन।
प्रोफेसन : खेती-किसानी, रियलस्टेट।
सोशल मीडिया : फेसबुक-वाट्सएप पर दीपावली की शुभकामनाएं दीं।
पहचान : तेजतर्रार युवा नेता और सहज उपलब्ध नेता की छवि।
राजनीति का अनुभव : छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत, विद्यार्थी परिषद में दो बार जिला संयोजक रहे। भारतीय जनता युवा मोर्चा के दो बार जिला अध्यक्ष। वर्तमान में भाजपा जिला महामंत्री।
कॅरियर का ग्राफ : संगठन स्तर पर राजनीति करते रहे, पहली बार चुनाव के लिए दावेदारी की, सीधे विधायक का टिकट ले आए।
कोर टीम : युवा मोर्चा के कार्यकर्ता, विद्यार्थी परिषद के समय के कार्यकर्ता।
रिकॉर्ड : अच्छा है।
लाइफ स्टाइल : कुर्ता-पयजामा पहनाना, सिर में चंदन लगाना। दूसरों से पैर नहीं छुलवाना। बुंदेली खाने के शौकीन।
ठीया :
कोटेशन :
भाजपा ने पहली बार युवा चेहरा को मौका दिया है। मुकाबला नातीराजा से है, लेकिन अब क्षेत्र की जनता काम करने वाले नेता को चाहती है। इसलिए जो जनता के लिए काम करेगा, उसे मौका मिलेगा।
– राजकुमार सोनी, मतदाता
इस बार कांग्रेस-भाजपा के प्रत्याशियों के बीच मुकाबला रोचक होगा। परिणाम चौकाने वाले भी हो सकते हैं। शासक और सेवक के बीच जब चुनाव होगा तो जनता को तय करना होगा कि उसे किसे चुनना है।
– आरती द्विवेदी, मतदाता
प्रतिद्वंदी का बयान
– लोकतंत्र में सभी को चुनाव लडऩे का अधिकार है। जो जनता की सेवा करेगा, जनता उसे ही चुनेगी। इसलिए जनता की अदालत में ही सही फैसला होना है। किसी के कहने और करने से कुछ नहीं होगा।
– विक्रम सिंह, प्रतिद्वंदी
विपक्ष का बयान :
कांग्रेस का कोई मुकाबला राजनगर में नहीं है। वह हमारी परंपरागत सीट है। वहां चेहरा देखकर ही वोट मिलते हैं। भाजपा के पास कोई मजबूत प्रत्याशी नहीं है।
– मनोज त्रिवेदी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष
बिधानसभा क्षेत्र : बड़ामलहरा
प्रत्याशी का नाम : प्रद्युम्न सिंह लोधी
पार्टी : कांग्रेस
किस कारण मिला टिकट : लोधी समाज का मजबूत चेहरा। पत्न
टिकट मिलते ही क्या किया : समर्थकों से मिले, बड़ामलहरा की ओर रवाना हुए।
क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या : जल संकट, पलायन।
प्रोफेसन : खेती-किसानी
सोशल मीडिया : सक्रिय नहीं।
पहचान : लोधी समाज के नेता की।
राजनीति का अनुभव : मां हिंडोरिया नगर पंचायत अध्यक्ष, हिंडोरिया राज परिवार के सदस्य।, जनपद पंचायत के सदस्य रहे।
कॅरियर का ग्राफ : भाजपा में रहे, नगरपंचायत हिंडोरिया के अध्यक्ष पद का टिकट नहीं मिला तो पार्टी छोड़कर मां को निर्दलीय चुनाव लड़वाया, जीते तो भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की। अब कांग्रेस ने टिकट दे दिया।
कोर टीम : मित्र और परिजन।
रिकॉर्ड : लोधी समाज में मजबूत पकड़।, अच्छी छवि
लाइफ स्टाइल : सिर में तौलिया पलेटकर पहनते हैं। सिर पर तिलक, साधारण पहनावा, बुंदेली भोजन अधिक पसंद।
ठीया : हिंडोरिया जिला दमोह,
कोटेशन :
प्रद्युम्न लोधी को टिकट देकर कांग्रेस ने भी भाजपा की तरह जातिवाद का कार्ड खेला है। जनता विकास चाहती है, इसलिए विकास को प्राथमिकता देंगे। विकास के लिए जो काम करने वाला प्रत्याशी होगा उसे चुनेंगे।
– मेघा अग्रवाल, मतदाता
इस बार भाजपा-कांग्रेस के बीच बगावत के कारण कई प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। लिहाजा इस बार मतदाताओं को सही प्रत्याशी चयन करने में समस्या पैदा होगी। जनता को तय करना होगा कि वह विकास को प्राथमिकता दें, न कि जातिवाद को।
– दिलीप असाटी, मतदाता
– कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है, अब यह इस क्षेत्र की जनता को तय करना है कि वह जिले के बाहर से आयातित प्रत्याशी को अपना प्रतिनिधि चुने, या फिर अपने जिले की बहू-बेटी को क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी सौंपी। जनता इस बार सही निर्णय करेगी।
– ललिता यादव, भाजपा प्रत्याशी
विपक्ष का बयान :
कांग्रेस ने इस बार मजबूत प्रत्याशी मैदान में उतारा है। भाजपा ने जिन मुद्दों और घोषणाओं पर पिछला चुनाव लड़ा था, वह तो पूरी हुई नहीं, इस बार वही चेहरा जनता के बीच होगा। जनता के लिए सही वक्त है अब पांच साल का हिसाब मांगने का।
– मनोज त्रिवेदी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष