scriptनौगांव पीडब्ल्यूडी उपसंभाग में भर्राशाही,नहीं होती मरम्मत | Naugaon PWD subcontinent is full of reparations, no repair | Patrika News

नौगांव पीडब्ल्यूडी उपसंभाग में भर्राशाही,नहीं होती मरम्मत

locationछतरपुरPublished: Oct 17, 2019 02:00:25 am

नगर की पहचान थी सड़के अब हुईं बदहाल

नौगांव पीडब्ल्यूडी उपसंभाग में भर्राशाही,नहीं होती मरम्मत

नौगांव पीडब्ल्यूडी उपसंभाग में भर्राशाही,नहीं होती मरम्मत

नौगांव. 132 चौराहों वाले इस छोटे से नगर को ब्रिटिश हुकूमत ने बसाया था जिसकी चौड़ी सड़कें और खास बनावट इस नगर को खूबसूरती देती थी लेकिन अब नौगांव की वही सड़कें बदहाल हो गई हैं। नौगांव सहित हरपालपुर और महाराजपुर में सड़कों की यही दुर्दशा है और इस दुर्दशा के पीछे नौगांव पीडब्ल्यूडी उपसंभाग कार्यालय है जिसमें सड़क मरम्मत के लिए ही हर महीने लगभग 12 लाख रुपए मरम्मत मजदूरों पर खर्च होते हैं इसके बाद भी पूरे क्षेत्र की सड़कें टूटी पड़ी हैं।
जानकारी के मुताबिक नौगांव उपसंभाग में गैंगमेन के रूप में 128 मरम्मत कामगारों को लगाया गया है। इन कामगारों में से 28 सिर्फ नौगांव शहर के लिए हैं। विभाग हर महीने लगभग 11 से 12 लाख रुपए इन मरम्मत कामगारों पर खर्च करता है। इसके बावजूद सड़कें दर्दुशा की शिकार हैं। दरअसल विभाग के अफसर इन्हीं कामगारों के नाम पर भ्रष्टाचार का असली खेल खेल रहे हैं। विभागीय सूत्रों के मुताबिक इतने कामगारों में से 50 प्रतिशत कामगार तो सिर्फ कागजों में दर्ज है और इनके नाम पर मानदेय भी निकलता है लेकिन ये लोग कभी काम करने नहीं आते। 25 प्रतिशत कामगारों को आला अधिकारियों के बंगलों की अर्दली में लगाया गया है। जिन सड़कों के लिए इन मरम्मत कामगारों को लगाया है उन सड़कों पर 25 प्रतिशत कामगार भी काम नहीं करते। कुछ कामगारों ने तो कैमरे पर भी खुलकर बोला कि वे सिर्फ मानदेय लेने आते हैं।
यह सड़कें जर्जर
नौगांव शहर में लगभग 32 किलोमीटर लबी सड़कें हैं। ज्यादातर सड़कें पूरी तरह से चौपट हो चुकी हैं। सड़कों पर अतिक्रमण तो पहले से ही है अब इनके गड्ढे भी राहगीरों की कमर तोड़ रहे हैं। इसके अलावा गर्रौली से अलीपुरा की 14 किमी लंबी सड़क महीनों से टूटी पड़ी है। बड़ागांव से हरपालपुर की सड़क भी अपनी घटिया स्थिति में है। इसी तरह अलीपुरा से चिरवारी की सड़क भी गड्ढों में तब्दील हो गई है। हरपालपुर नगर की सड़कों की भी बुरी स्थिति है। तो वहीं नौगांव से कैमाहा तक के 64 किमी लंबे मार्ग का काम पिछले कई वर्षों से अधूरा पड़ा है। क्षेत्र की कई सड़कें ऐसी हैं जिन्हें ठेकेदार अधूरा बनाकर छोड़ गए और दोबारा इनकी सुध नहीं ली।
& मेरे घर पर कोई अर्दली नहीं लगाया गया है। मरम्मत का कार्य जारी है। जल्द ही हम सड़कों को ठीक करेंगे।
मनहर द्विवेदी, एसडीओ, पीडब्ल्यूडी

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