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नवरात्र पर्व का उत्साह के साथ समापन

locationछतरपुरPublished: Oct 15, 2021 06:06:21 pm

Submitted by:

Dharmendra Singh

नौ रात, नौ दिन जगत जननी माई, दशम दिन विदाई, विसर्जन की बेला आई

विसर्जन की बेला आई

विसर्जन की बेला आई


छतरपुर। कोरोना संकट के दो साल बाद नवरात्र का पर्व उत्साह के साथ मनाया गया। नौ रात, नौ दिन माई, दशम दिन विदाई, विसर्जन की बेला आई…इस बिरह गीत के साथ क्षेत्र में शुक्रवार को मां दुर्गा को विदाई दी गई। विसर्जन जुलुस में मां के भक्त डीजे की धुन पर थिरकते चल रहे थे। जगह-जगह उन पर अबीर और गुलाल की बौछार हो रही थी। शुक्रवार को प्रतिमा विसर्जन कार्यक्रम सुबह से ही शुरू हो गया था। इसके पहले श्रद्धालुओं ने हवन, पूजन किया और भंडारों में भाग लेकर आहुतियां दी और विश्वशांति की कामना की।
नगर में चौकबाजार, महलन, सागर रोड, हटवारा बाजार, बस स्टैंड, गल्ली मंडी, महोबा रोड, पन्ना रोड, सटई रोड, चौबे कॉलोनी, शांतिनगर, न्यू कॉलोनी, बजरंग नगर, सिविल लाइन, पुलिस लाइन, विश्वनाथ कॉलोनी, लोकनाथ पुरम, बसारी दरवाजा और सरानी दरवाजा समेत पूरे शहर से मां दुर्गा की प्रतिमा गाजा बाजा के साथ विर्सजन के लिए बूढ़ा बांध ले जाई गईं। विजयदशमी पर दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन से पहले चल समारोह निकाला गया। इसके बाद बूढ़ा बांध के साथ क्षेत्र के प्रमुख तालाबों में धूमधाम से उनका विसर्जन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या श्रद्धालु कार्यक्रम में शामिल हुए। मूर्ति विसर्जन का सिलसिला सुबह से शुरू होकर देर रात तक चलता रहा।
बूढ़ा बांध में बना अस्थाई विर्सजन कुंड
मूर्तियों के विसर्जन के लिए बूढ़ा बांध में अस्थाई कुंड बनाया गया। इस बार तालाबों में मूर्ति का विर्सजन नहीं किया जा रहा है। जिला प्रशासन ने यह तय कर दिया है कि विसर्जन छतरपुर के तालाबों में नहीं होगा। मूर्ति विर्सजन के लिए सुरक्षा इस्तेजाम के साथ कोरोना गाइड लाइन के पालन की व्यवस्था भी की गई। सीएमओ, पुलिस अधिकारी और विद्युत विभाग का दल कन्ट्रोल रूम में पूरे कार्यक्रम पर नजर बनाए हुए था। सुरक्षा की दृष्टि से कार्यपालिक मजिस्ट्रेट भी विर्सजन कार्यक्रम की निगरानी कर रहे थे।
जगत सागर में भी हुआ विर्सजन
शहर से 17 किलोमीटर मऊसहानियां स्थित जगत सागर में भी शहर की मूर्तियां विसर्जन के लिए ले जाई गई। शहर के नौगांव रोड व महोबा रोड की ज्यादातर मूर्तियों का विर्सजन जगत सागर में किया गया। सुरक्षा के लिहाज से यहां भी पुलिस व गोताखोरों का इंतजाम किया गया था। सुबह से लेकर शाम तक मूर्ति विर्सजन का सिलसिला चलता रहा। वहीं नौगांव में धसान नदी में विर्सजन की वयवस्था की गई थी,वहीं ईशानगर इलाके में पचेर घाट में मूर्तियों का विर्सजन किया गया।
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