1500 रुपये की रिश्वत न देने पर थमा दिया रेफर का पर्चा, इलाज के अभाव में नवजात की मौत
छतरपुरPublished: Oct 27, 2022 10:22:14 am
पिता बोला -मैं गरीब न होता, तो मेरे बच्चे की जान बच जाती


आरोपों से घिरा जिला महिला अस्पताल, सीएमएस ने दिए जांच के आदेश
बांदा। एक बार फिर जिला महिला अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही देखने को मिली जिससे एक नवजात की मौत हो गयी। परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि मेडिकल कर्मचारियों द्वारा पैसे की मांग पूरी न करने पर बच्चे की हालत को गंभीर बताकर रेफर का पर्चा थमा दिया। और इलाज के अभाव में नवजात की मौत हो गयी। मेडिकल कर्मचारियों पर आरोप है कि उनकी दबंगई के चलते बच्चे की जान गई है यदि उसका इलाज करते तो बच्चे की जान नहीं जाती। स्टाफ ने मनमानी दिखाते हुए देर रात बच्चे को रेफर करने के बाद न ले जाने पर उन्होंने पुलिस बुला ली। परिजन बच्चे के इलाज के लिए गिड़गिड़ाते रहे। मृतक बच्चे के पिता ने कहा कि साहब! मैं गरीब न होता तो मेरे बच्चे की जान बच जाती। फिलहाल पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए सीएमएस ने जांच के आदेश दिए हैं।