दो दिन की छुट्टी के कारण नहीं बटा खाद, सोमवार को कतार में लगे रहे किसान
266 की बोरी को 270 रूपए में बेच रहे अधिकारी
किसानों की शिकायत पर विपणन अधिकारी ने दिए सुधार के निर्देश
Published: 23 Nov 2020, 08:22 PM IST
छतरपुर। रबी फसल की बुवाई हो चुकी है किसानों को अपनी फसल के लिए यूरिया और डीएपी खाद की सख्त जरूरत है। जिले में खाद की पर्याप्त उपलब्धता भी है इसके बावजूद इसके वितरण में तकनीकी समस्याओं के कारण किसानों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। सोमवार को भी ऐसा ही देखने को मिला जब पन्ना नाके पर स्थित विपणन कार्यालय के वेयर हाउस के बाहर किसान सुबह से शाम तक डीएपी और यूरिया की बोरी के लिए भूखे प्यासे कतारों में लगे रहे। किसानों को भारी दिक्कतों का सामना तो करना ही पड़ा साथ ही 266 रूपए की यूरिया की बोरी उन्हें 270 रूपए में दी गई जिस पर कई किसानों ने ऐतराज जताया।
ग्राम बूढ़ा से आए किसान रामभगत पटेल ने बताया कि वे सुबह 9 बजे से खाद के लिए लाइन में लगे हैं। खाना भी नहीं खाया। दोपहर 3 बज चुके हैं फिर भी उन्हें खाद नहीं मिला। उन्होंने बताया कि वेयर हाउस में काम कर रहे अधिकारी चेहरा देखकर लोगों से अधिक पैसा लेकर अपने हिसाब से खाद बांट रहे हैं। इसी तरह गठेवरा से आए किसान ग्यादीन अहिरवार ने बताया कि तीन दिन पहले खेतों में खाद की जरूरत थी लेकिन पिछले तीन दिनों से वे लगातार खाद के लिए परेशान हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि किसानों के लिए कम काउंटर बनाए गए हैं जिससे एक-एक बोरी को पाने के लिए पूरा दिन लग जाता है। एक अन्य किसान ने बताया कि डीएपी की बोरी 1200 रूपए एवं यूरिया की बोरी 270 रूपए में दी जा रही है जबकि सरकारी रेट 266.50 पैसे हैं। जिन किसानों ने ज्यादा बोरियां ली हैं उनसे भी 270 के हिसाब से ही रूपए लिए जा रहे हैं। मौके पर मौजूद गोदाम प्रभारी डीके रावत ने बताया कि उन्होंने आज ही चार्ज संभाला है इसलिए व्यवस्थाएं बनाने में दिक्कत हो रही है। फुटकर की समस्या के कारण किसानों से 270 रूपए लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि शनिवार और रविवार की छुट्टी पड़ जाने के कारण आज किसानों की ज्यादा भीड़ जमा हो गए।
इनका कहना है
किसानों से अधिक पैसे लिए जाने की शिकायत के बाद कर्मचारियों को समझाइश दी गई है। किसानों को समय पर खाद मिले इसके लिए व्यवस्थाएं सुधारी जाएंगी।
राखी रघुवंशी, जिला विपणन अधिकारी, छतरपुर
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