बड़ामलहरा तहसील के 22 गांवों से गुजरेगा फोरलेन
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एवं तहसीलों से मिली जानकारी के मुताबिक सागर-कबरई फोरलेन निर्माण के लिए बड़ामलहरा तहसील अंतर्गत ग्राम भिलवार, गोरा, बमनौराखुर्द, घिनौची, रजपुरा, नदिया, टौरिया, भनगुवां, मौली, मेलवार, परा, किवलाई, अरोल, मवई, रानीखेरा, सड़वा, सूरजपुरा रोड, मुंगवारी, डोंगरा, कम्मोदपुरा, कनेरा और बड़ामलहरा में भूमि अधिग्रहण होगा। बिजावर तहसील क्षेत्र के निवार, मड़देवरा, चौकी, लहर, दरगुवां, कल्दा, रजपुरा, गुलगंज, अनगौर, बिलवार व छतरपुर तहसील क्षेत्र के पलटा, खैरों, परा, चौका, मातगुवां, बूदौर, ढड़ारी, देरी, कतरवारा, पठापुर, नारायणपुरा, सौंरा, टड़ेरा, हमा, खौंप, बारी, निवारी और छतरपुर से फोरलेन गुजरेगा। वहीं, महाराजपुर तहसील अंतर्गत ग्राम कुर्राहा, ऊजरा, बेदर, गौरारी, मलहरा, एवं गढ़ीमलहरा की जमीन का भी अधिग्रहण होगा।
अधिग्रहण के बाद बनेगी डीपीआर
सागर से उत्तरप्रदेश के कबरई-कानपुर तक के लिए सागर लखनऊ इकोनॉमिक कॉरिडोर के नाम से फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाना है। इस फोरलेन से पूरे बुंदेलखंड को फायदा होगा। 232.7 किलोमीटर लंबा फोर लेन बनने के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरु हो गया है। इसके साथ ही सर्वे का काम गुडग़ांव की यूआरएस स्कोर्ट बिलसन नामक कंपनी को दिया गया है। सर्वे के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार होगी। इसके बाद पैररल स्वाइल इनवेस्टिगेशन, एलाइनमेंट समेत तकनीकि गतिविधियां कर फायनल नक्शा तैयार किया जाएगा। जिसके बाद फोरलेन निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया की जाएगी।
सागर से उत्तरप्रदेश के कबरई-कानपुर तक के लिए सागर लखनऊ इकोनॉमिक कॉरिडोर के नाम से फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाना है। इस फोरलेन से पूरे बुंदेलखंड को फायदा होगा। 232.7 किलोमीटर लंबा फोर लेन बनने के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरु हो गया है। इसके साथ ही सर्वे का काम गुडग़ांव की यूआरएस स्कोर्ट बिलसन नामक कंपनी को दिया गया है। सर्वे के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार होगी। इसके बाद पैररल स्वाइल इनवेस्टिगेशन, एलाइनमेंट समेत तकनीकि गतिविधियां कर फायनल नक्शा तैयार किया जाएगा। जिसके बाद फोरलेन निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया की जाएगी।
आबादी वाले इलाकों में बनेंगे बायपास
232.7 किलोमीटर लंबे इस फोर लेन में बड़े कस्बों के यातायात को ध्यान में रखा गया है। इसमें सागर से निकलते हुए बंडा, शाहगढ़, बड़ामलहरा, हीरापुर, गुलगंज, छतरपुर, गढ़ीमलहरा, ऊजरा, श्रीनगर और महोबा में बायपास बनेगा। इसमें संबंधित एसडीएम को निर्देशित भी किया गया है कि वह सर्वे टीम को मांग अनुसार रिकार्ड भी उपलब्ध कराए। वर्तमान में कबरई से कानपुर हाइवे और कानपुर से लखनऊ के लिए फोरलेन पहले से बना हुआ है। 232.7 किलोमीटर लंबा सागर से कबरई तक फोरलेन बन जाने के बाद सागर और छतरपुर के व्यापारियों के लिए लखनऊ और कानपुर में परेशानी नहीं होगी।
232.7 किलोमीटर लंबे इस फोर लेन में बड़े कस्बों के यातायात को ध्यान में रखा गया है। इसमें सागर से निकलते हुए बंडा, शाहगढ़, बड़ामलहरा, हीरापुर, गुलगंज, छतरपुर, गढ़ीमलहरा, ऊजरा, श्रीनगर और महोबा में बायपास बनेगा। इसमें संबंधित एसडीएम को निर्देशित भी किया गया है कि वह सर्वे टीम को मांग अनुसार रिकार्ड भी उपलब्ध कराए। वर्तमान में कबरई से कानपुर हाइवे और कानपुर से लखनऊ के लिए फोरलेन पहले से बना हुआ है। 232.7 किलोमीटर लंबा सागर से कबरई तक फोरलेन बन जाने के बाद सागर और छतरपुर के व्यापारियों के लिए लखनऊ और कानपुर में परेशानी नहीं होगी।