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VIDEO : मोदी सरकार पर फिर गरजे अन्ना हजारे, कहा- माल खाए मदारी और नाच करे बंदर

locationछतरपुरPublished: Dec 04, 2017 01:18:31 pm

23 मार्च से शुरू होगा आंदोलन, सरकार पर लगाया किसानों की अनदेखी का आरोप

Now Anna will again make amends in Delhi

Now Anna will again make amends in Delhi

छतरपुर . भ्रष्टाचार, जनलोकपाल और किसानों की समस्याओं को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ समाज सेवी अन्ना हजारे 23 मार्च 2018 से दिल्ली के रामलीला मैदान में एक बार फिर अनिश्चितकालीन अनशन करेंगे। यह एेलान खजुराहो में राष्ट्रीय सूखा मुक्त जल सम्मेलन के समापन पर रविवार को अन्ना हजारे ने किया। उन्होंने कहा कि देश भर में खजुराहो जैसे कार्यक्रम के माध्यम से भीड़ एकत्रित करने की योजना के तहत कार्यक्रम करेंगे। इसी रणनीति के तहत वह खजुराहो से तमिलनाडु रवाना होंगे।
खजुराहो के शिल्पग्राम में आयोजित राष्ट्रीय सूखामुक्त जल सम्मेलन में शामिल होने आए समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा कि कांग्रेस की मनमोहन सरकार ने धोखा दिया था। जब 2011 में रामलीला मैदान में अनशन के दौरान लिखित में लोकपाल बनाने के आश्वासन के बाद भी मुकर गए तो जनता ने कांग्रेस की सरकार को उखाड़ फेंका। बीजेपी की केंद्र सरकार पर भी बिल संशोधन के नाम पर धोखे में रखने का आरोप लगाया है। कहा कि 40 साल से मैं आंदोलन कर रहा हूं। किसी पद, पार्टी और व्यक्ति को सामने नहीं रहता। समाज और देश के सामने रहता हूं। समाज के भले के लिए दिल्ली में जो आंदोलन होने जा रहा है उसमें कोई पक्ष नहीं कोई पार्टी नहीं है। ये सरकार भी तीन साल हो गए, लेकिन किसानों के बारे में कुछ बोलती ही नहीं।
कुछ दिन पहले मैंने प्रधानमंत्री को लेटर लिखा। जिसमें कहा है कि आप उद्योगपति की जितनी चिंता करते हैं उतनी किसानों की नहीं करते हैं। किसानों की हालत है कि माल खाए मदारी और नाच बंदर। बंदर नाच करता है रहता और मदारी माल खाता रहता है ये किसान की हालत है। आजादी को 70 साल बीत गए। 22 साल में 12 लाख किसानों ने आत्महत्या की है। आप जैसे उद्योगपति का कर्जा माफ करते हैं किसानों का क्यों नहीं करते। करोड़ों रुपए का उद्योगपतियों का कर्जा माफ किया। तीन वर्षों में नरेन्द्र मोदी सरकार ने न तो भ्रष्टाचार पर ही लगाम लगाने के लिए कार्य किया और न ही जनलोकपाल बिल में दिलचस्पी दिखाई। देश में किसानों के लिए कुछ भी नहीं किया। किसानों से चक्रवर्ती ब्याज वसूल किया जा रहा है।

जान देने वाले किसानों के लिए की पेंशन की मांग
मैंने देश के प्रधान को पत्र लिखकर आत्महत्या कर चुके किसानों के परिवारों को 5 हजार रुपए पेंशन देने की मांग की है। जलपुरुष राजेन्द्र सिंह ने सभी को रामलीला मैदान पर अन्ना के आंदोलन में शामिल होने के लिए अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने और भीड़ जुटाने का संकल्प दिलाया। बताया कि अकेले बुंदेलखंड से ही 11 हजार कार्यकर्ता दिल्ली जाएंगे।

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