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जिला मुख्यालय पर भी अब खाद खत्म, किसानों ने लगाया जाम

locationछतरपुरPublished: Oct 19, 2021 06:49:40 pm

Submitted by:

Dharmendra Singh

गोदामों में डीएपी नहीं, पकड़ा रहे यूरियासुपर फॉस्फेट और डीएपी का नया स्टॉक छतरपुर नहीं आया, अब तक पिछले सीजन का बेचा

खाद ने मिलने से भड़के किसान

खाद ने मिलने से भड़के किसान

छतरपुर। जिले का किसान इस समय खाद की कमी के चलते संघर्ष करता नजर आ रहा है। अचानक हुई बारिश के बाद किसान ने बोबनी की तैयारी शुरू कर दी है लेकिन डीएपी खाद न मिलने से किसान परेशान हो रहे हैं। मंगलवार को डीएपी के लिए जिला मुख्यालय के आसपास के गांवों से आए किसानों ने इफको बाजार सुविधा केन्द्र के सामने पुराने रीवा ग्वालियर नेशनल हाइवे पर बस स्टैंड के पास दोपहर 1 बजे जाम लगा दिया। किसानों के प्रदर्शन की जानकारी लगने पर तुरंत डीएसपी अनुरक्ति सबनानी तीन थानों के प्रभारियों व पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और 15 मिनट समझाईश देकर जाम खुलवाया। किसानों ने खाद की कालाबाजारी के भी आरोप लगाए हैं।
खाद ने मिलने से भड़के किसान
खाद न मिलने पर जाम लगाने वाले किसानों में से ग्राम धौरी के किसान अंकित सिंह ने बताया कि सुबह 9 बजे से लाइन लगाए हैं, दोपहर में बिना पर्ची बांटे दुकान बंद कर दी। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि ब्लैक में खाद बेची जा रही है। वहीं, देरी गांव के किसान जय प्रकाश चतुर्वेदी का कहना है कि बारिश होने से बोबनी के लिए डीएपी की जरुरत है, दो दिन से चक्कर लगा रहे हैं। सोसायटी, एमपी एग्रो, गोदाम में खाद नहीं है। केवल इफको बाजार सुविधा केन्द्र में कुछ मात्रा में खाद है, लेकिन किसानों को बांटी नहीं जा रही है। अनगौर निवासी मंटू कुशवाहा ने बताया कि खाद के लिए बहुत ज्यादा परेशान है। पानी गिरने के बाद भी किसान को खाद नहीं मिलेगी तो किसान मारा जाएगा। अभी डीएपी और कुछ दिन बाद यूरिया की जरूरत हैं। लेकिन किसानों को खाद नहीं दिया जा रहा है।
किसानों ने कहा यूरिया पकड़ा रहे, हमें डीएपी और फॉस्फेट चाहिए
जिले में अचानक बारिश के कारण किसान बुवाई के लिए दौड़ पड़े हैं। ऐसे में जिले में खाद संकट निर्मित हो गया है। पन्ना रोड के वेयर हाउस पर बड़ी संख्या में किसान खाद लेने पहुंचे लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। ग्राम कांटी से आए किसान रामस्वरूप रावत ने बताया कि सरसों और चना के लिए उन्हें सुपर फॉस्फेट की आवश्यकता है लेकिन यहां बताया गया है कि फिलहाल सिर्फ यूरिया मौजूद है। इसी तरह पिपौराकला से आए रामसेवक अहिरवार ने बताया कि सुपर फॉस्फेट के खत्म होने से उनकी बुवाई में देरी हो रही है। यहां दिन भर लाइन में लगे रहने के बाद भी खाद नहीं मिला। ग्राम खरका से आए अरविंद साहू ने बताया कि यहां मौजूद स्टाफ हमें यूरिया दे रहा है जबकि हमें सुपर फॉस्फेट की जरूरत है। दरअसल विभागीय सूत्रों ने बताया कि इस वर्ष सुपर फॉस्फेट और डीएपी का नया स्टॉक छतरपुर पहुंचा ही नहीं है। किसानों को पिछले साल का स्टॉक ही कुछ दिनों से दिया जा रहा था और अब ये भी खत्म हो चुका है।

बाजार में बढ़ी कालाबाजारी
किसान अरविंद साहू ने बताया कि सोसायटियों में खाद न मिलने के कारण बाजार में कालाबाजारी शुरू हो गई है। 274 रूपए का मिलने वाला सुपर फॉस्फेट बाजार में 350 से 400 रूपए का मिल रहा है। 1200 रूपए का डीएपी 1400 से 1500 रूपए के बीच मिल रहा है। 266 रूपए का यूरिया 400 रूपए में मिल रहा है। खाद के लिए परेशान किसान मंटू ने बताया कि खाद सीधे व्यापारियों के गोदाम जा रही है, लेकिन किसानों को नहीं मिल रही।
इनका कहना है
पन्ना रोड के वेयर हाउस में डीएपी खत्म हो चुका है। सुपर फॉस्फेट की 80 बोरियां रखी हैं जबकि यूरिया पर्याप्त मात्रा में है। जल्द ही डीएपी और सुपर फॉस्फेट खाद की उपलब्धता किसानों को कराई जाएगी।
विशाल कुमार मिश्रा, गोदाम प्रभारी, छतरपुर

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