सोमवार को अपने मामा का इलाज कराने आए संतोष शिवहरे ने कहा कि, एक बजे के बाद ओपीडी बंद हो जाने पर जिस दिन भीड़ अधिक हो तो कई मरीज बिना इलाज के ही लौट जाते हैं, डॉक्टर शाम 4 बजे तक बैठेंगे तो आसानी से इलाज मिलेगा। लू लगने से पेट दर्द का इलाज कराने आए विकास पांडेय ने बताया कि 4 बजे तक डॉक्टर बैठेंगे तो इलाज कराने में सुविधा होगी। बुखार की पीडि़त मरीज शाहीन बानो ने कहा कि ओपीडी का समय बढऩे से मरीजों को डॉक्टर मिलने लगेंगे, अभी भीड़ के कारण बहुत सारे मरीज बिना दिखाए ही लौट जाते हैं, उन्हें दूसरे दिन फिर आना पड़ता था।
एक बजे खाली हो गए डॉक्टरों के चैंबर
जिला अस्पताल में ओपीडी का वर्तमान समय सुबह 8 से दोपहर 1 बजे और शाम को 4 से 5 बजे का निर्धारित है। सोमवार को जिला अस्पताल में 807 मरीजों का ओपीडी में पंजीयन हुआ, डॉक्टर के चैंबर के बाहर 12 बजकर 55 मिनट तक मरीजों की लाइन लगी रही। 1 बजते ही डॉक्टर जाने लगे, हालांकि कुछ मरीज अभी भी ऐसे बचे थे,जो डॉक्टर से मिल ही नहीं पाए। गर्मी के कारण घर जाकर वापस 4 बजे आने के बजाए मरीज वहीं बैठकर इंतजार करने लगे। सटई रोड निवासी संतोष पाठक ने बताया कि जनरल मेडिसिन के डॉक्टर को दिखाना था, लेकिन 1 बजे ओपीडी बंद हो जाने से डॉक्टर को नहीं दिखा पाए, अस्पताल में बैठकर 4 बजे का इंतजार कर रहे हैं, ताकि शाम की ओपीडी में डॉक्टर आने पर दिखवा सके। इसी तरह बुखार से पीडि़त टोरिया निवासी शंकुतला ने बताया कि, भीड़ के कारण उनका नंबर आते-आते एक बज गया जिससे डॉक्टर नहीं मिल पाए। कल दोबारा आकर दिखवाना पड़ेगा।